कोरोना के क़हर के बीच चल रही डेली कॉलेज प्रिंसिपल की तानाशाही

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इंदौर: प्रदेश में एक बार फिर कोरोना संक्रमितों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रही है, जिससे कोरोना की रोकथाम के लिए प्रशासन और सरकार दोनों ही काफी सतर्क नजर आ रहे है। यहां तक कि प्रदेश के तीन शहरों में सरकार द्वारा प्रत्येक रविवार को लॉकडाउन लगाने का भी निर्णय लिया गया है और प्रदेश के सभी जिलों में नाईट कर्फ्यू भी लगाया गया है। लेकिन ऐसे में भी बढ़ते कोरोना के बीच इंदौर के सुप्रसिद्ध कॉलेज डेली कॉलेज के प्रिंसिपल ने 2020 का वार्षिक उत्सव 2021 बनाने की जिद पर अड़ा हुआ है।

बता दें कि अभी हालही में ही इसी कॉलेज की 6 शिक्षक कोरोना संक्रमित पाए गए थे जिस कारण यहां पढ़ रहे बच्चों पर संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है, और इस कारण पालकों में भी काफी चिंताजनक स्थिति बनी हुई है।

वार्षिक उत्सव को लेकर चल रही है तैयारियां-
फिलाहाल कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है और वार्षिक उत्सव को लेकर पालकों और शिक्षकों को जूठी सफाई दे रहे है। इतना ही नहीं इस बार के वार्षिक उत्सव को लेकर तैयारियां भी जोरो शोरो से जारी है साथ ही उत्सव के दिन के लिए मुंबई से भी एक टीम डांस और ड्रामा के लिए बुलाई गई थी। और इस बार उत्सव के लिए स्कूल में नियुक्त शिक्षकों को भी यह जिम्मा नहीं दिया गया है।

ये है वो बातें जिनका ज़िक्र कॉलेज प्रशासन ने अपनी सफाई में नहीं किया है-
1.  डे बोर्डर और बोर्डर बच्चों को अलग-अलग प्रस्तुति देने का प्रावधान था किंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ सब कुछ सम्मिलित रूप से कार्यरत था।
2. एक सुंदर ऑडिटोरियम होने के पश्चात भी इस आयोजन को बाहर मैदान में आयोजित करने का फैसला लिया गया जिस कारण बाहर से  तमाम व्यक्ति उस स्टेज की साज-सज्जा के लिए बुलाए गए।

इस बीच सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है क्या इस स्कूल के प्रिंसिपल प्रदेश के मुख्यमंत्री शहर के कलेक्टर और बोर्ड मेंबर से बढ़कर हैं, और पालक, स्कूल प्रबंधन और प्रशासन इनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई क्यों नहीं करता? इनका इस तरह का रवैया भविष्य में स्कूल के साथ-साथ बच्चों पर भी एक खतरा है।प्रशासन को इस मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई करना चाहिए जिससे इस तरह की तानाशाही और अपने जिद्दी स्वभाव के चलते शिक्षकों एवं बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ ना हो।