DA Hike: केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को दिवाली से पहले एक खुशखबरी मिल सकती है। केंद्रीय मंत्रिमंडल अपनी अक्टूबर में होने वाली बैठक में महंगाई भत्ते (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) में बढ़ोतरी को मंजूरी देने पर विचार कर रहा है।
पिछले साल की तरह समय पर घोषणा
पिछले साल महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी की घोषणा अक्टूबर के पहले सप्ताह में की गई थी। हाल ही में, केंद्रीय सरकारी कर्मचारी एवं श्रमिक परिसंघ ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर डीए/डीआर की घोषणा में हो रही देरी पर चिंता व्यक्त की है।
कर्मचारियों की असंतोष की स्थिति
परिसंघ के महासचिव एसबी यादव ने पत्र में उल्लेख किया है कि इस देरी के कारण कर्मचारियों और पेंशनभोगियों में असंतोष बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि दुर्गा पूजा का त्योहार नजदीक है, जिसके चलते प्रदर्शन से जुड़े बोनस (पीएलबी) और एडहॉक बोनस की भी घोषणा की जानी चाहिए।
संभावित बढ़ोतरी की जानकारी
यादव के अनुसार, सरकार इस बार 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा कर सकती है, जबकि 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी की संभावना भी बनी हुई है। यदि बढ़ोतरी होती है, तो प्रवेश स्तर के कर्मचारियों का वेतन, जिनका मूल वेतन लगभग 18,000 रुपये है, 1 जुलाई, 2024 से 540-720 रुपये प्रति माह बढ़ सकता है।
डीए और डीआर का विवरण
बढ़ोतरी के बाद महंगाई भत्ता मूल वेतन के 50 प्रतिशत से बढ़कर 53 प्रतिशत हो जाएगा। सरकारी कर्मचारियों को महंगाई भत्ता (डीए) मिलता है, जबकि पेंशनभोगियों को महंगाई राहत (डीआर) प्राप्त होती है। डीए और डीआर में साल में दो बार जनवरी और जुलाई में बढ़ोतरी की जाती है। वर्तमान में, एक करोड़ से अधिक केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को 50 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा है।
बढ़ोतरी का आधार
सरकार महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का निर्णय कैसे करती है? यह वृद्धि अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (एआईसीपीआई) के 12 मासिक औसत में प्रतिशत वृद्धि के आधार पर तय की जाती है। हालांकि, केंद्र सरकार हर साल 1 जनवरी और 1 जुलाई को भत्ते में संशोधन करती है, लेकिन आम तौर पर निर्णय मार्च और सितंबर में लिया जाता है। इस प्रकार, अगर सरकार समय पर निर्णय लेती है, तो कर्मचारियों को दिवाली से पहले यह महत्वपूर्ण बढ़ोतरी मिल सकती है।