DA Hike: केंद्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों और विभिन्न विभागों में कर्मचारियों के वेतन में समय-समय पर बढ़ोतरी की है, खासकर महंगाई भत्ते (डीए) में। वर्तमान में, डीए और महंगाई राहत (डीआर) में 3% की बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है, जो सितंबर के पहले सप्ताह में घोषित हो सकती है। डीए और डीआर साल में दो बार बढ़ाए जाते हैं—मार्च और सितंबर में, जबकि इनका प्रभाव जनवरी और जुलाई से लागू होता है।
ग्रेच्युटी और भत्तों में बढ़ोतरी
जनवरी में सब्सिडी में 4% की बढ़ोतरी की गई थी, जिससे मूल वेतन के 50% तक पहुंच गया है। इसी तरह, अन्य भत्ते भी 25% तक बढ़ा दिए गए हैं और पेंशनभोगियों की महंगाई राहत (टीआर) में भी 4% की वृद्धि हुई है। हालांकि, डीए को मूल वेतन से जोड़कर शून्य पर सेट करने की कोई योजना नहीं है, जैसा कि कुछ अटकलें लगाई जा रही हैं।
डीए की गणना और संभावित प्रभाव
डीए की गणना उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर की जाती है, जिसमें हाल ही में 2.6 अंक की बढ़ोतरी हुई है। इससे डीए का प्रतिशत 50.28% से बढ़कर 53.36% होने की संभावना है। उदाहरण के तौर पर, 18,000 रुपये के मूल वेतन पर 3% की वृद्धि से मासिक वेतन में 540 रुपये की बढ़ोतरी होगी, जबकि 56,900 रुपये के मूल वेतन पर 1,707 रुपये की वृद्धि होगी।
बकाया भुगतान पर चर्चा
हाल ही में संसद में कोविड-19 महामारी के दौरान बकाया भुगतान पर चर्चा हुई। दो सांसदों ने इस बारे में पूछताछ की, लेकिन सरकार ने आर्थिक स्थिति में सुधार न होने के कारण स्पष्ट जवाब नहीं दिया।