पश्चिम बंगाल के कई जिलों में 165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और 2 मीटर से 4.5 मीटर तक लहरें उठ सकती हैं. पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा और हुगली में भी तूफान का असर दिख रहा है. पूर्वी मेदिनीपुर जिले के हल्दिया में सेना, NDRF और तटरक्षक दल के लोग बचाव अभियान में जुटे हैं.
चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल के शंकरपुर-दिघा बीच पर समुद्र का जलस्तर बढ़ गया है. मौसम में बदलाव के साथ भारी बारिश की आशंका है. कुछ जगहों पर बारिश शुरू हो चुकी है. कोलकाता में सेना के 9 बचाव दल को तैनाती के लिए तैयार रखा गया है. इनके अलावा 17 दल को पुरुलिया, झारग्राम, बीरभूम, बर्धमान, पश्चिम मिदनापुर, हावड़ा, हुगली, नादिया के साथ 24 परगना उत्तर और दक्षिण में तैनात किया गया है.
तूफान यास से ओडिशा के चांदीपुर और अब्दुल कलाम आइलैंड पर DRDO की मिसाइल लॉन्चिंग साइट को नुकसान पहुंचने की आशंका है. लंबी दूरी की मिसाइल्स को यहीं से लॉन्च किया जाता है. तूफान से प्रभावित हुए लोगों के लिए नौसेना का जहाज INS चिल्का में राहत सामग्री लेकर ओडिशा के खोरदा जिले पहुंचा.