चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ने शनिवार को केंद्रीय और राज्य मंत्रालयों/एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक की. संबंधित राज्यों के मुख्य सचिवों ने समिति को तूफान से बचने के लिए किए जा रहे प्रारंभिक उपायों से अवगत कराया.
उन्होंने बताया कि निचले इलाकों से लोगों को निकाला जा रहा है. इसके साथ ही खाद्यान्न, पेयजल और आवश्यक आपूर्ति के पर्याप्त स्टॉक की व्यवस्था की गई और बिजली, दूरसंचार जैसी सेवाओं को बनाए रखने के लिए तैयारियां की गई हैं. उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ ने 65 टीमों को तैनात किया है और 20 और टीमें स्टैंडबाय पर हैं. जहाजों और विमानों के साथ थल सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के बचाव और राहत दलों को भी तैनात किया गया है.
कैबिनेट सचिव ने इस बात पर भी जोर दिया कि कोविड रोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और कोविड अस्पतालों और केंद्रों के कामकाज में व्यवधान से बचा जाए. उन्होंने यह भी सलाह दी कि चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों से देश के अन्य हिस्सों में ऑक्सीजन के उत्पादन और आवाजाही को बनाए रखने के लिए कदम उठाए जाएं.