Cyclone Fengal: साइक्लोन फेंगल का आज लैंडफॉल! इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, स्कूल-कॉलेज बंद, NDRF ने संभाला मोर्चा

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By Srashti BisenPublished On: November 30, 2024

Cyclone Fengal: बंगाल की खाड़ी से निकला चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ शनिवार शाम तक पुडुचेरी के कराईकल और तमिलनाडु के महाबलीपुरम के बीच समुद्र तट से टकराने की संभावना है। तूफान के असर से कर्नाटका और आंध्र प्रदेश भी प्रभावित होंगे। इस तूफान के कारण तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश की चेतावनी के साथ रेड अलर्ट जारी किया गया है।

चेतावनी और सुरक्षा उपाय

चेन्नई में स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है और नागरिकों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। तमिलनाडु के कई जिलों, जैसे कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, तिरुवल्लूर, कुड्डालोर, विल्लुपुरम, चेन्नई और मयिलादुथुराई में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की 7 टीमें तैनात की गई हैं, जिनमें प्रत्येक टीम में 30 जवान हैं।

ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन की तैयारी

ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन (GCC) ने शहर के विभिन्न हिस्सों में पानी के जमाव को हटाने के लिए 1,686 मोटर पंप लगाए हैं। पुडुचेरी के एसएसपी कलैवानन ने भी मछुआरों और निचले इलाकों में रहने वालों को सावधान रहने की अपील की है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है, और सभी समुद्र तटों को बंद कर दिया गया है। पुडुचेरी में लगभग 300 कर्मियों को तैनात किया गया है, और एनडीआरएफ के साथ समन्वय में काम किया जा रहा है।

तमिलनाडु सरकार की अपील

तमिलनाडु सरकार ने नागरिकों से 30 नवंबर को घर से बाहर न निकलने की अपील की है। शैक्षणिक संस्थानों को शनिवार के लिए अवकाश दिया गया है, और आईटी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों से घर से काम करने की अपील की है। राहत शिविरों की व्यवस्था की गई है, और 30 नवंबर दोपहर के बाद 2,229 राहत शिविर खोले गए हैं। इन शिविरों में 471 लोगों को तिरुवरूर और नागपट्टिनम जिलों के छह राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है।

सार्वजनिक परिवहन में बदलाव

तट के पास स्थित ईस्ट कोस्ट रोड और ओल्ड महाबलीपुरम रोड पर सार्वजनिक परिवहन निलंबित कर दिया गया है, ताकि तूफान के दौरान किसी भी प्रकार की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

फेंगल तूफान की गति और प्रभाव

IMD के अनुसार, तूफान ‘फेंगल’ बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है, जो चेन्नई से लगभग 210 किमी दक्षिण-पूर्व में है। तूफान पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की दिशा में बढ़ते हुए 30 नवंबर की दोपहर को तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों को पार करेगा। तूफान के साथ हवा की गति 70-80 किमी/घंटा से लेकर 90 किमी/घंटा तक हो सकती है।

तूफान से निपटने के लिए तैयारियां

पूर्वी नौसेना कमान ने डिजास्टर रिस्पॉन्स सिस्टम को सक्रिय कर दिया है। राहत सामग्री जैसे भोजन, पानी और दवाइयों से भरी गाड़ियां तैयार की जा रही हैं, और बाढ़ संभावित क्षेत्रों में फ्लड रिस्पॉन्स टीमें तैनात की गई हैं। तमिलनाडु सरकार ने इमरजेंसी के लिए दो टोल फ्री नंबर 112 और 1077 जारी किए हैं, और राहत कार्यों में मदद के लिए व्हाट्सएप नंबर 9488981070 भी सक्रिय किया गया है।

‘फेंगल’ तूफान का नामकरण

इस तूफान का नाम सऊदी अरब ने ‘फेंगल’ रखा है, जो एक अरबी शब्द है और भाषाई परंपरा और सांस्कृतिक पहचान का मिश्रण दर्शाता है। संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (UNESCAP) और वर्ल्ड मीटियोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन (WMO) के नामकरण पैनल में क्षेत्रीय विविधता का ध्यान रखते हुए इस नाम का चयन किया गया। चक्रवातों के नामों का चुनाव करते समय ध्यान रखा जाता है कि वे सांस्कृतिक रूप से निष्पक्ष, उच्चारण में सरल और याद रखने में आसान हों।