यह भी अब स्पष्ट है कि आने वाले कुछ समय तक हमें इसी के साथ जीवन जीने का अभ्यास भी करना होगा तथा धैर्य और संयम से व्यवहार कर के एक तरीके से सोशल वैक्सीन का प्रयोग भी करना पड़ेगा। आर्थिक एवं सामाजिक प्रभावों को देखते हुए व्यक्तिगत आचरण अब सबसे महत्वपूर्ण हो जाता है। व्यक्तिगत सावधानियों के साथ ही सामाजिक स्तर पर भी सावधानियों की आवश्यकता है। इस कठिन समय में कई प्रकार के संघर्ष खड़े हो सकते हैं और इन संघर्षों के निवारण का एकमात्र तरीका सिर्फ और सिर्फ जीवंत संवाद है। उन सब के प्रति हम अपने स्तर पर क्या सहयोग कर सकते हैं इसी भावना से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पिछले 15 दिन से लगातार समाज के विभिन्न वर्गों के साथ औपचारिक एवं अनौपचारिक बैठक कर रहा है।
विभिन्न श्रेणियों के प्रबुद्ध जन जैसे उद्योगपति, प्राध्यापक, व्यापारी तथा रहवासी संघ, मोहल्ला समिति, अपार्टमेंट व टाउनशिप के साथ-साथ बस्तियों एवं उद्योगों में मजदूरों के बीच भी ये बैठकें आयोजित हो रही हैं । पिछले 15 दिन में लगभग 50 से अधिक बैठकें आयोजित की गई है। शहर के लगभग् 70 प्रतिष्ठित चिकित्सक इन बैठकों में कोविड 19 के लिये सावधानी तथा सामाजिक संस्कार के विषय में मार्ग दर्शन दे रहे हैं।