विश्वगुरु की ओर भारत की परिकल्पना को सांस्कृतिक और सजग युवा सार्थक करेंगे – डॉ. भरत शर्मा

Suruchi
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राष्ट्रीय सेवा योजना के ५५वे वर्ष के प्रवेशावसार पर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ लॉ द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. भरत शर्मा ( सदस्य – सांस्कृतिक मंत्रालय, भारत सरकार) ने अपने उद्बोधन में कहा ।आपने राष्ट्रीय सेवा योजना के युवा पदाधिकारियों को वार्षिक प्रकल्पों के प्रति सकारात्मक रूप से कार्य करने की बधाई देते हुए कहा कि आज विश्व में केवल भारत ऐसा राष्ट्र है जिसने लगभग 65% युवा है और ऐसे में भारत को विश्वगुरु बनाने में यह हमारी महत्ती भूमिका है कि हम सब भारतीयों में भारतीयता, भारतीय संस्कृति, शिक्षा, देशप्रेम और वसुदेव कुटुम्बकम् की भावना का संचार करे और विश्व कल्याण के लिए प्रेरित करे। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में पधारी समीक्षा नायक ने युवा और कैरियर के सृजन के साथ सामाजिक उन्नयन की जवाबदेही पर प्रकाश डाला।

विशेष अतिथि माला सिंह ठाकुर ने राष्ट्रीय सेवा योजना के सदस्यों को राष्ट्रहित के लिए किए प्रयासों पर बधाई दी और अनुशासन और स्वानुशासन पर अपनी बात रखी। महाविद्यालय के प्राचार्य नरेंद्र देव ने शिक्षा, सेवा और राजनीतिक दखल पर अपने विचार रखे। महाविद्यालय के छात्रों द्वारा राष्ट्र भक्ति आधारित काव्य पाठ, नाट्यप्रस्तुति और सांस्कृतिक नृत्य भी प्रस्तुत किए गए । कार्यक्रम अधिकारी मिलिंद गौतम और दीप्ति झा ने अतिथि परिचय व स्वागत किया। अतिथियों को प्राचार्य द्वारा स्मृति चिन्ह दिये गए। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय और राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े पदाधिकारी भूषण गहरवाल, कुणाल, आशीष ठाकुर, अम्बरीश त्रिपाठी और भारी संख्या में महाविद्यालय के छात्र भी मौजूद थे।