विपिन नीमा
इंदौर। श्री गणेश, गजानन, विघ्नहर्ता, सुखदाता, विनायक, लंबोदर, वक्रतुंड और एकदंत के नाम से पुकारे जाने वाले भगवान श्री गणेश का 10 दिन के लिए पृथ्वी पर शुभागमन हो रहा है। उनके आगमन की तैयारियां शुरू हो चुकी है। प्रथम पूज्य श्री गणेश हमारे अति विशिष्ट, सौम्य और आकर्षक देवता हैं। उनके आगमन के साथ ही अगले 10 दिनों तक यानी गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक पृथ्वी पर चारों तरफ रौनक, रोमांच और रोशनी जगमगाएगी। गणेश चतुर्थी के अवसर पर विश्व प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर को भी विशेष साथ सजावट, आकर्षक रोशनी के सजाया गया है।
आज रात खजराना मंदिर में प्रथम दर्शन के लिए रहेगी भीड़
खजराना गणेश मंदिर में आज रात 12 बजे भव्य श्रृंगार के भगवान गणेश के प्रथम दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार रहेगी। रात 12:00 बजे से सुबह 6:00 तक चलता रहेगा। सालों से परंपरा चली आ रही है की गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश के प्रथम दर्शन करने के लिए खजराना गणेश मंदिर में रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगती है। इस बार भी19 सितंबर को गणेश चतुर्थी है और 18 तारीख की रात को भगवान गणेश का श्रृंगार होगा। पूरा खजाना गणेश मंदिर में प्रशासन में विषय व्यवस्था की है। अगले 10 दिनों तक मंदिर में कई कार्यक्रम होंगे।
खरीदते समय ध्यान दे मूर्ति की सूंड बाईं ओर झुकी होनी चाहिए
अपने घर के लिए गणपति की मूर्ति या मूर्ति चुनते समय, गणेश जी की सूंड पर ध्यान देना आवश्यक है। वास्तु के अनुसार, गणेशजी की मूर्ति की सूंड बाईं ओर झुकी होनी चाहिए, क्योंकि यह सफलता और समृद्धि की दिशा मानी,जाती है। ऐसा माना जाता है कि दाईं ओर झुकी हुई सूंड वाली गणेशजी को प्रसन्न करना थोड़ा कठिन होता है। ये भी ध्यान दे – गणपति की मूर्ति खरीदते समय, यह सुनिश्चित करें कि मोदक और चूहा भी मूर्ति का हिस्सा हों। ऐसा इसलिए है क्योंकि मूषक को उनका वाहन माना जाता है जबकि मोदक उनकी पसंदीदा मिठाई मानी जाती है।
खजराना मंदिर में 10 दिनी श्री गणेश महोत्सव
• श्री गणेश भगवान का प्रतिदिन स्वर्ण आभूषणों से विशेष श्रृंगार।
• मंदिर की सजावट महल थीम पर एवं भव्य द्वार।
• मंदिर परिसर की आकर्षक विधुत सज्जा एवं फूलों से श्रृंगार।
• प्रतिदिन भगवान श्री गणेश व श्री कृष्ण लीला (प्रवचन हॉल)
• मंदिर व्यवस्था से जुड़े दानदाताओं का सम्मान (प्रवचन हॉल).
• अन्नक्षेत्र के आजीवन सदस्यों का सम्मान (प्रवचन हॉल).
• 10 दिवसीय महोत्सव मेला आकर्षक झूले, चकरी आदि.
• श्री गणेश भगवान को मोदक व भिन्न-भिन्न प्रकार के लड्डुओं का महाभोग.
• स्कूल के बच्चों द्वारा श्री गणेश जी पर आधारित नाटिका का मंचन (प्रवचन हॉल).
• अनंत चतुर्दशी चल समारोह में श्री गणेश दर्शन व पर्यावरण पर आधारित झांकी.
• उत्सव अवधि में श्री गणेश जी के 24 घंटे दर्शन.
गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त –
हिंदू पंचांग के अनुसार, 18 सितंबर 2023 के दिन गणेश चतुर्थी की शुरुआत दोपहर के समय 2 बजकर 09 मिनट पर होगी, जो 19 सितंबर के दिन दोपहर के 3 बजकर 13 मिनट तक रहने वाली है।
गणेश मूर्ति स्थापना मुहूर्त –
हिंदू पंचांग के अनुसार, 19 सितंबर 2023 के दिन सुबह 11 बजकर 8 मिनट से दोपहर 1 बजकर 33 मिनट तक गणेश जी की मूर्ति स्थापित करने का शुभ मुहूर्त रहेगा। वहीं, ठीक 10 दिनों के बाद विसर्जन किया जाएगा।
अतिविशिष्ट मुहूर्त –
प्रातः 11.54 मि. से दोप. 12.18 मि. तक
(अभिजित+मध्याह्नकाल+लाभ चौघड़िया)