पठानकोट के गांव थरियाल में 19-20 अगस्त की रात को जिस सरकारी ठेकेदार की हत्या कर लूटपाट हुई थी, वह क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा थे। बता दे कि हमले में क्रिकेटर रैना की बुआ और फुफेरे भाई की हालत गंभीर है, और एक फुफेरा भाई और फूफा की माँ घर लौट चुके है। वही एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर ने इस मामले के पीछे ‘काला कच्छा गिरोह’ होने की बात कही थी। साथ ही, पीड़ित परिवार के साथ भारतीय क्रिकेटर के संबंध की खबर के बाद पुलिस पर मामले की जांच का दबाव और बढ़ गया है।
बता दे कि शनिवार को सुरेश रैना आईपीएल टूर छोड़कर भारत वापस लौट आये है, और वापस लौटने की वजह भी यही वारदात बताई जा रही है। वही जानकारी के अनुसार, सुरेश रैना आईपीएल के पूरे सीजन के लिए टीम से बाहर हो गए हैं। वही आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स भी इस समय रैना उनके परिवार का पूरा समर्थन दे रही है। इसके साथ ही आईपीएल में रैना का न होना चेन्नई सुपर किंग्स और फैंस के लिए बहुत बड़ा झटका है।
बता दे कि 19-20 अगस्त की रात लगभग ढाई बजे पठानकोट के गांव थरियाल में लुटेरे सरकारी ठेकेदार अशोक कुमार के घर के पीछे खेतों में सीढ़ी के जरिये घर की छत पर चढ़ गए, और अशोक कुमार (सुरेश रैना के फूफा), और उनके दोनों बेटों कौशल और अपन पर हमला कर दिया। पुलिस के अनुसार हमलावरों ने बेसबॉल बैट और रॉड से हमला किया। उनको बेहोशी की हालत में छोड़ लुटेरे सीढ़ियों से नीचे मकान में उतरे और अंदर लेटी रैना की बुआ आशा देवी और उसकी सास सत्या देवी पर भी हमला कर दिया। उसके बाद लुटेरों ने घर के अंदर रखे कैश, जेवरों व अन्य सामान पर हाथ साफ किया और उसी रास्ते लौट गए। सुबह दूध देने आए व्यक्ति को कराहने की आवाज आई तो लोगों को इकट्ठा कर दरवाजा तोड़ा गया। तब तक अशोक कुमार की मौत हो चुकी थी।
वही मामले की जांच कर रही एसआईटी का नेतृत्व कर रहे एसपी (डी) प्रभजोत सिंह विर्क ने बताया कि,”पहले उन्हें पीड़ित परिवार के क्रिकेटर सुरेश रैना के साथ संबंध का पता नहीं था। अब पता चला है। पुलिस के लिए हर व्यक्ति खास है। पुलिस पहले भी गंभीरता से मामला सुलझाने में लगी थी। अज्ञात लोगों पर कत्ल समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है।”