असंभव को संभव बनाते सीपी शिहाबुद्दीन, जन्मजात विकलांगता के बावजूद बने प्रसिद्ध फोटोग्राफर

Deepak Meena
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Amazing Video: कहते हैं ना “जहां चाह वहां राह” और यह बात सीपी शिहाबुद्दीन के जीवन पर बिल्कुल सटीक बैठती है। केरल के मलाप्पुरम जिले के रहने वाले शिहाबुद्दीन जन्मजात रूप से ही हाथ-पैरों से वंचित थे। लेकिन उन्होंने अपनी इस विकलांगता को कभी भी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। अदम्य हौसले और लगन से उन्होंने फोटोग्राफी में महारत हासिल की और आज एक प्रसिद्ध फोटोग्राफर बन गए हैं।

सीपी शिहाबुद्दीन का जन्म एक दुर्लभ बीमारी, टेट्रा अमेलिया सिंड्रोम के साथ हुआ था, जिसके कारण उनके हाथ और पैर नहीं थे। बचपन से ही उन्हें फोटोग्राफी का शौक था, लेकिन अपनी विकलांगता के कारण उन्हें लगता था कि यह सपना कभी पूरा नहीं हो पाएगा।

लेकिन शिहाबुद्दीन ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी इच्छाशक्ति और तकनीक का उपयोग करते हुए फोटोग्राफी सीखी। धीरे-धीरे उन्होंने इसमें महारत हासिल कर ली और आज वे अपनी अनोखी तस्वीरों के लिए जाने जाते हैं।

 

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सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो:

सीपी शिहाबुद्दीन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह रेत में लेटकर अपने मुंह से कैमरा पकड़कर एक बच्ची की तस्वीर खींचते हुए दिखाई दे रहे हैं। उनकी इस कला और लगन को देखकर लोग हैरान रह जाते हैं और उनसे प्रेरणा लेते हैं।

प्रेरणा का स्रोत:

सीपी शिहाबुद्दीन उन लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं जो किसी भी तरह की विकलांगता से जूझ रहे हैं। उनका जीवन इस बात का सबूत है कि यदि हम दृढ़ संकल्प रखें और कड़ी मेहनत करें तो हम अपनी किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं।

सीपी शिहाबुद्दीन की कहानी हमें सिखाती है कि “जहां चाह वहां राह।” यदि हम अपने सपनों को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्प रखते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं तो कोई भी बाधा हमें रोक नहीं सकती।