कोरोना महामारी को लेकर दुनिया भर में भी कोरोना वैक्सिनेशन की शुरुआत हो गई है। इस महामारी के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भारत में शुरू हुआ है। भारत में टीकाकरण की के लिए देश में बनी स्वदेशी वैक्सीन का इस्तेमाल किया गया है। देश में हुए इस टीकाकरण की सबसे विशेष बात यह है कि दुनिया के देशों के मुकाबले भारत में बनी कोरोना वैक्सीन में सबसे कम साइड इफेक्ट्स सामने आए है। भारत में अभी तक कोरोना वैक्सीन के लेने के बाद 600 लोगों की बीमारी होने की जानकारी सामने आई है।
कोरोना टीकाकरण के बाद बीमार हुए लोगो में से 10 लोगो को अस्पताल में भर्ती करवाया गया जबकि 7 लोगों को छुट्टी दे दी गई है। दिल्ली में कोरोना वायरस का टीका लगवाने के बाद 4 लोगो को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इन चारों में से एक स्वास्थ्यकर्मी है जिसे शाहदरा के राजीव गांधी अस्पताल में ऑब्जरवेशन में रखा गया है।
आपको बता दे कि भारत में प्रथम चरण के कोरोना टीकाकरण के अभियान के तहत करीब सात लाख स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना का टीका दिया जा चुका है। सरकार से प्राप्त जानकारी के अनुसार टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद कुल 4 स्वास्थ्यकर्मियों की मौत हो चुकी है जिसमें 4 में से 3 मौतों का कोरोना वैक्सीन से संबंध नहीं है।