कर्नाटक में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में इसको देखते हुए कर्नाटक सरकार ने राज्य में बड़े पैमाने पर जुलूसों में बैन लगा दिया है। दरअसल, सावन के शुभ महीने में एक के बाद लगातार त्योहार पड़ते हैं। ऐसे में इन त्योहारों में लोग एक दूसरे से मिलने जाते हैं और बाजारों आदि में भी भीड़ लगती है। इसको देखते हुए सरकार ने बड़ा एक्शन लिया और त्योहारों पर निकलने वाले जुलुस पर बेन लगा दिया है। बता दे, कर्नाटक में सभी जिला अधिकारियों को उत्सव के दौरान स्थानीय स्तर पर प्रतिबंध लगाने की खुली छूट दी गई है और धार्मिक, सांस्कृतिक, मनोरंजन मण्डली/ जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
नई गाइडलाइन जारी –
जानकारी के मुताबिक, कर्नाटक सरकार ने त्योहारों के लिए विस्तृत COVID-19 दिशानिर्देशों का एक नया सेट जारी किया है। जिसके मुताबिक, मुहर्रम और गौरी-गणेश त्योहारों से जुड़े सभी प्रकार के जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। दरअसल, इन दोनों त्योहारों में संबंधित समुदायों के लोग जमकर जुलूस निकालते हैं। ऐसे में इन दोनों त्योहारों के चलते कम से कम 10 दिनों तक लगातार बड़ी संख्या में लोग जमा होते हैं।
नमाज के दौरान होगा कोरोना नियमों का पालन –
गाइडलाइन के अनुसार, राज्य सरकार ने कहा कि मुहर्रम से जुड़ी सभी नमाज़ मस्जिदों में सख्ती से COVID-19 नियमों का पालन करते हुए होगी। राज्य सरकार ने पंडालों की स्थापना करके गणेश चतुर्थी के सार्वजनिक उत्सव पर प्रतिबंध लगाया है। आदेश में कहा गया है, “लोगों को अपने घरों में त्योहार मनाना चाहिए और गणेश की मूर्ति लाते समय या मूर्तियों के विसर्जन के दौरान किसी भी तरह के जुलूस की अनुमति नहीं दी जाएगी।”