निगम द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों से पकड़े आवारा पशु, शहर की सफाई व्यवस्था का किया निरीक्षण

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इंदौर दिनांक 10 अगस्त 2020। आयुक्त प्रतिभा पाल के निर्देशानुसार अपर आयुक्त देवेन्द्र सिंह व उपायुक्त मर्हेन्द्रसिंह चैहान के निर्देशन में आज निगम की टीम द्वारा शहर के विभिन्न स्थानो जिनमें लक्ष्मीबाई मंडी व जिंसी चैराहा से 14 आवारा पशु पकडने की कार्यवाही की गई, कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी। कार्यवाही के दौरान रिमूव्हल विभाग के बबलु कल्याणे, मुकेश खरे, शुभम व अन्य उपस्थित थे। निगम द्वारा आवारा पशु पकडो अभियान शहर के समस्त क्षेत्रो में निरंतर जारी रहेगी।

आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा सफाई व्यवस्था का किया निरीक्षण

आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा सफाई व्यवस्था के साथ ही शहर के विभिन्न क्षेत्रो का निरीक्षण किया गया। आयुक्त द्वारा समस्त अधिकारियो को निर्देश दिये गये कि सेट पर एक बार काॅल करने पर उपस्थिति दर्ज कराये, अन्यथा जिस दिन सेटर पर नही आएगे उस दिन का वेतन राजसात करने की कार्यवाही की जावेगी। आयुक्त पाल द्वारा प्रातःकाल वर्कशाॅप का निरीक्षण किया तथा वर्कशाॅप से निकलने वाले वाहन समय पर निकलने हेतु वर्कशाॅप प्रभारी पाडे को निर्देशित करते हुए कहा कि आज भी कई वाहन है, जो समय पर नही निकले है तो इसके जिम्मेदार का एक दिन का वेतन राजसात किया जावेगा। साथ ही वर्कशाॅप से वाहन प्रातः 7 बजे के पश्चात निकले तो संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही होगी। वर्कशाॅप प्रभारी पांडे को निर्देश दिये गये कि जीटीएस से वाहन खराब होने की सूचना आने पर वाहन के सुधार हेतु मेकेनिक तत्काल पहुंचाये व यह व्यवस्था बनाये कि वाहन सुधार कार्य करने के पश्चात वह मेकेनिक उक्त रूट में अन्य निगम वाहन कोई खराब हो तो उसको भी रिपेअर कर ही वर्कशाॅप आवे, ताकि समय की बचत हो सके।

आयुक्त पाल द्वारा कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्त को मूसाखेडी स्थित बोरिंग की शिकायत प्राप्त होने, उसका समय पर निराकरण नही होने कि संबंधित की जिम्मेदारी तथा लापरवाही करने वाले की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिये गये। झोन 11 के क्षेत्रो के सफाई व्यवस्था के निरीक्षण के दौरान आयुक्त द्वारा स्वास्थ्य अधिकारी व सीएसआई को सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से संम्पन्न कराने के निर्देश दिये गये। साथ ही मुसाखेडी से आजाद नगर तक निर्माणधीन कार्य को शीघ्र पुर्ण करने के आयुक्त द्वारा निर्देश दिये गये। निरीक्षण के दौरान रिंग रोड डिवाईडर व सडक किनारे झाडियों की सफाई हेतु उपायुक्त प्रतापसिंह सोलंकी को निर्देश दिये गये।

आयुक्त पाल द्वारा वार्ड 54 क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर के पीछे जगह-जगह कचरे के ढेर व गंदगी पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए, संबंधित सीएसआई के विरूद्ध नाराजगी व्यक्त करते हुए सफाई व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिये गये। साथ ही स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. अखिलेश उपाध्याय को कनाडिया बायपास फलाय ओव्हरब्रिज पर अल्टर नेट डे सफाई मशीन से सफाई कराने के निर्देश दिये गये तथा स्मार्ट सिटी आफिस के सभी रूम चेम्बर व बाहर के परिसर को सेनेटाइज करने के निर्देश दिये गये। रिंग रोड बंगाली चैराहा पर बने डायवर्शन के पास पडे कचरे को तुरंत हटवाकर सफाई कराने के निर्देश दिये गये।

आयुक्त पाल द्वारा समस्त दरोगाओ व सुपर वाईजरो केा निर्देश दिये कि वह अपने-अपने वार्ड/क्षेत्रो में संलग्न कचरा संग्रहण वाहनो की प्रतिदिन माॅनिटरिंग करते हुए, वाहन के पाटीशन का लाॅक लगा है या नही यह सुनिश्चित करे। रिमूव्हल प्रभारी को रिंग रोड ग्रीन बेल्ट में लगे अवैध बोर्ड को हटाने के निर्देश दिये गये।
आयुक्त द्वारा समस्त अधिकारियो को निर्देशित किया गया कि सेट पर एक बार काॅल करने पर तुरंत उपस्थिति दर्ज कराए, अन्यथा बार-बार सेट पर काॅल करने पर भी उपस्थिति दर्ज नही कराने पर संबंधित का उस दिन का वेतन राजसात करने के निर्देश दिये गये।

जीपीफ अंतिम भुगतान प्रकरणो में विलंबता, दिए जांच के आदेश

आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा सेवानिवृत्ति पश्चात जीपीएफ अंतिम भुगतान के प्रकरण को कई माह विलंब से प्रस्तुत किये जाने एवं वरिष्ठ अधिकारी से अभद्र व्यवहार करने पर जीपीएफ सेक्शन पालिका प्लाजा में कार्यरत प्रभारी अधीक्षक प्रहलाद धुरिया को निलंबित किये जाने के आदेश जारी किये गये।
विदित हो कि दिनांक 6 अगस्त 2020 को सहायक आयुक्त स्वास्थ्य स्थापना द्वारा कार्यालय में विभागीय कार्य किये जाने के दौरान झोन 11 वार्ड 60 के सेवानिवृृत्त सफाई संरक्षक इस्माईल पिता इब्राहिम के जीपीएफ के अंतिम भुगतान संबंधी प्रकरण 09 माह विलंब से प्रस्तुत हुआ, जबकि सफाई कामगारो के सेवानिवृत्त दिनांक को ही जीपीएफ के अंतिम भुगतान का चेक प्रदत्त करने की प्रकिया प्रचलित है।
इस संबंध में विलंबता हेतु जीपीएफ सेक्शन पालिका प्लाजा के प्रभारी अधीक्षक प्रहलाद धुरिया मूलपद सीनियर क्लर्क को कारण बताओ सुचना पत्र जारी किये गया। प्रहलाद धुरिया को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किये जाने की सूचना प्राप्त होते ही सहायक आयुक्त स्वास्थ्य स्थापना के कक्ष में उपस्थित हुए तथा सहायक आयुक्त स्थापना से बहस करने लगे, इस कारण सहायक आयुक्त स्थापना द्वारा कक्ष से बाहर जाने के निर्देश दिये गये।
प्रभारी अधीक्षक प्रहलाद धुरिया 05 मिनिट पश्चात पुनः कक्ष में आकर टेबल पर रखी नोटशीट एवं रजिस्टर ले जाने का प्रयास किया गया। जिस पर सहायक आयुक्त के डांटने पर बाहर चले गये और कुछ देर पश्चात प्रहलाद धुरिया अनाधिकृत दबाव बनाने के उददेश्य से पुनः यूनियर के पदाधिकारियो के साथ उपस्थित हुए। इनका उक्त कृत्य अत्यंत अशोभयनीय, अमर्यादित आचरण का होकर अनुशासहीनता को प्रदर्शित करता है।
इसके संबंध में यह भी संज्ञान में आया कि प्रहलाद धुरिया द्वारा पूर्व में भी सफाई कामगारो के जीपीफ अंतिम भुगतान के प्रकरण सेवानिवृत्ति पश्चात कई माह विलंब से प्रस्तुत किये जाने के कारण इन्हे मौखिक चेतावनी दी गई, किंतु इनकी कार्यप्रणाली में कोई सुधार नही हुआ।
आयुक्त पाल द्वारा जीपीएफ सेक्शन पालिका प्लाजा में कार्यरत प्रभारी अधीक्षक मूल पद सीनियर क्लर्क प्रहलाद धुरिया द्वारा आवंटित दायित्व का समुचित तरीके से निवर्हन नही करने, कर्मचारियो के जीपीएफ संबंधी प्रकरण मे विलंब करने, वरिष्ट स्तर के अधिकारी से दुर्व्यवहार करने पर प्रहलाद धुरिया को निंलबित कर विभागीय जांच के आदेश जारी किये गये।

नलकूप खनन अनुमति प्रकरण में आरोपी के तीन रिश्तेदारों की सेवा समाप्त

आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा विगत दिवस नलकूप खनन में आरोपित अंकित तिवारी की पत्नी श्रीमती राखी मेराले (तिवारी) व आरोपी के भाई अक्षय तिवारी, अमित तिवारी की नलकूप खनन प्रकरण में फर्जी अनुमति जारी करने की प्रथम दृष्टयता संलिप्तता होने की संभावना होने से इंकार नही किया जा सकता है इस स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए आयुक्त पाल द्वारा उपरोक्त तीनों मस्टरकर्मी (कम्प्यूटर ऑपरेटर) की सेवाऐं तत्काल प्रभाव से समाप्त की गई। विदित हो कि, जलयंत्रालय विभाग में कार्यरत मस्टरकर्मी अंकित तिवारी के संबंध में यह संज्ञान में आया था कि इनके द्वारा नलकूप खनन अनुमति प्रकरणों में फर्जी हस्ताक्षर एवं फर्जी सील लगाकर नलकूप खनन के अनुशंसा व प्रतिवेदन एवं अनुमतिया जारी की गई। उक्त स्थिति संज्ञान में आने पर अंकित तिवारी की सेवाऐं तत्काल प्रभाव से समाप्त की गई तथा यह भी संज्ञान में आया था कि, उक्त कर्मचारी के परिवार के सदस्य भी निगम में कार्यरत है। अपर आयुक्त संदीप सोनी ने बताया कि, जानकारी लेने पर अंकित तिवारी की पत्नी राखी मेराले (तिवारी) व आरोपी के भाई अक्षय तिवारी, अमित तिवारी भी निगम में मस्टरकर्मी के रुप में कार्यरत है। प्रथम दृष्टया फर्जी नलकूप खनन अनुमति प्रकरण में इनकी संलिप्तता होने की संभावना को देखते हुए इन तीनों की सेवाऐं निगम से तत्काल प्रभाव से समाप्त की गई है।
नलकूप खनन अनुमति प्रकरण में तकनीकी शाखा के प्रभारी व उपयंत्री आर.के. दुबे जिनके नियंत्रण एवं पर्यवेक्षण में नलकूप खनन प्रकरण के प्रतिवेदन/अनुमति संबंधी कार्य का दायित्व था को भी कारण बताओं नोटिस जारी किया गया कि प्रथम दृष्टया यह पाया गया है कि, नलकूप खनन प्रकरण में फर्जी अनुमतियाँ जारी हुई है। दुबे का यह दायित्व था कि, नलकूप खनन प्रकरण में जो अनुमतियाँ जारी होती थी उन पर नियंत्रण रखते तथा कौन कौन सी अनुममिया कब कब जारी की गई है इन पर माॅनिटरिंग रखने का कार्य व दायित्व इनका था किन्तु इनके द्वारा अपने कार्य व कर्तव्य का निर्वहन नही किया जाकर कार्य में लापरवाही की गई, क्यो न इनके विरुद्ध कार्यवाही की जावे। इनकसे स्पष्टीकरण तत्काल करने के निर्देश दिये गये।
इसी के साथ आयुक्त पाल द्वारा यह भी निर्देश दिये गये कि, विगत एक वर्ष में नलकूप खनन हेतु कितने प्रकरण जिला कलेक्टर कार्यालय से प्राप्त हुए है तथा किन किन प्रकरणों पर निगम द्वारा नलकूप खनन की अनुमति हेतु प्रतिवेदन जारी किये गये है तथा उन प्रतिवेदनों के क्रम में किन किन प्रकरणों में जिला कलेक्टर कार्यालय द्वारा अनुमति प्रदान की गई है उन प्रकरणों का पुरा डेटा तीन दिवस में एकत्रित कर डेटा का मिलान किया जावे कि, निगम द्वारा जिन प्रकरणों पर प्रतिवेदन जारी किया गया है उन पर कलेक्टर कार्यालय द्वारा अनुमति जारी की गई है या नही इसकी जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतु अपर आयुक्त संदीप सोनी एंव कार्यपालन यंत्री नर्मदा, संजीव श्रीवास्तव को निर्देश दिये गये ।