ग्रामीण इलाकों में कोरोना की लहर, सरकार के लिए बढ़ी मुसीबतें

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कोरोना वायरस से जुडी एक और बड़ी खबर सामने आई है। जिससे सरकार की मुसीबत और बढ़ गई है। एक शोध के अनुसार पता चला है कि कोरोना का कहर अब शहरों में कम हो रहा है। वहीं इसकी पकड़ अब ग्रामीण और अन्य पिछड़े इलाकों में बनती जा रही है। इस शोध के अनुसार अब 718 जिलों में से करीब 284 जिलों कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है।

ग्रामीण इलाको में कोरोना
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के अनुसार, अभी ग्रामीण या फिर सेमी-अर्बन जगह में 80 प्रतिशत कोरोना के मामले बढे है। और यह चिंता का विषय इसलिए माना जा रहा है क्योंकि इन इलाकों में स्वास्थ सम्बन्धी सुविधाएं इतने अच्छे स्तर पर मौजूद नहीं है। ऐसे में इन इलाकों में कोरोना का प्रकोप बढ़ सकता है। कोरोना की शुरूआती लहर में कोरोना के 77 फसदी मामले शहरी इलाकों के थे। लेकिन अब यह संख्या उलटी होते हुए दिखाई दे रही हैं। जो एक बहुत ही चिंताजनक बात है।

कहा पैर पसार रहा कोरोना
इस खबर के अनुसार कोरोना अब राजस्थान के गंगानगर, टोंक, हनुमानगढ़, वायनाड. कोरबा में तेजी से फैल रहा है। वहीं प्राकृतिक सुंदरता से भरे हुए राज्य हिमाचल, शिमला, स्पिति, कुल्लू, मंडी, चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर में भी तेजी से कोरोना फैल रहा है। वहीं देश के शहरी इलाके जैसे की मुंबई, बेंगलुरु अर्बन, ठाणे, मैसूर, पुणे, विशाखापट्टनम, चेन्नई में कोरोना की स्थिति पर नियंत्रण देखा जा रहा है। अभी तक भारत में कोरोना के 94,63,285 मामले सामने आ चुके हैं।