कोरोना के बढ़ते मामलो को लेकर एक बार फिर सभी की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। क्योंकि अभी देश के कुछ हिस्सों में कोरोना की नई लहर सामने आए है। वहीं कोरोना के दो नए स्ट्रेन भी सामने आए है। बताया जा रहा है कि तीन राज्यों महाराष्ट्र, केरल और तेलंगाना में कोरोना वायरस के 2 नए स्ट्रेन मिले है। इस बात की जानकारी केंद्र सरकार द्वारा दी गई है। दरअसल, सरकार का कहना है कि अभी तक ऐसे ठोस सबूत नहीं मिले हैं कि इन दो नए स्ट्रेन के कारण ही महाराष्ट्र और केरल में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है।
वहीं पहले भी देश में ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीकी और ब्रजीलियाई कोरोना स्ट्रेन की पुष्टि हो चुकी है। जानकारी के अनुसार, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने इस बात की जानकारी मंगलवार के दिन दी है। उन्होंने बताया है कि इंडियन सार्स सीओवी-2 जीनोमिक कंसोर्टिया ने कोरोना वायरस के दो नए रूप एन440के और ई484के की पहचान की है।
हम वायरस के किसी भी तरह के बदलाव करने की आंशका को देखते हुए उस पर नजर बनाए हुए हैं। कोरोना वायरस के दो नए रूप एन440के और ई484के महाराष्ट्र में पाए गए हैं। ई484के वैरिएंट केरल और तेलंगाना में भी पाया गया है। उन्होंने बताया कि INSACOG कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की बड़े स्तर पर ट्रैकिंग कर रहा है। यह प्रयास तेजी से चल रहा है। हमने 3,500 नमूनों पर शोध किया है। हमने इस प्रक्रिया के माध्यम से 187 व्यक्तियों में यूके स्ट्रेन का पता लगाया है।
छह लोगों में हमने दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन का पता लगाया है। एक मामले में हमने ब्राजील की वैरिएंट का पता लगाया है। इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया है कि महाराष्ट्र और केरल में कोरोना के नए मामलों में आ रहे उछाल के लिए नए स्ट्रेन को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। हमारे पास उपलब्ध जानकारी के आधार पर मौजूदा समय में हमारे पास कोरोना के पांच वैरिएंट मौजूद हैं। लेकिन वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर ऐसे सबूत सामने नहीं आए हैं कि महाराष्ट्र और केरल के कुछ जिलों में देखी जा रही तेजी के लिए ये जिम्मेदार हैं. हम इसके म्यूटेशन पर नजर रखे हैं।