इंदौर: करोना के तेजी से बढ़ते प्रवाह को देखते हुए 8 जून को इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के सम्मुख डॉ नेहा जायसवाल द्वारा एक जेनेरिक , उपलब्ध व सुरक्षित दवा की करोना में उचित मानते हुए एक प्रस्ताव रखा गया। यह दवा वायरस के खिलाफ शारीरिक छमता को मजबूत बनाकर उसकी मारक छमता तथा समय सीमा कम करने में सहायक हो सकती है। आपत्कालीन स्थिति व सस्ते व सुरक्षित उपचार की उम्मीद में कॉलेज की वैज्ञानिक तथा एथिक्स कमिटी द्वारा कई बैठक आयोजित की गई। 18 जून को इस रिसर्च को करने योग्य मानकर मंजूरी दी गई।
तत्पश्चात भारत सरकार के क्लीनिकल ट्रायल रजिस्ट्री ऑफ़ इंडिया (CTRI ) ने 28 जून को काम करने की अनुमति प्रदान की। यह प्रोजेक्ट इंडेक्स कॉलेज के तीन प्रमुख विभागों के प्रमुख, मेडिसिन से डॉ सुधीर मौर्य, फार्माकोलॉजी से डॉ प्रेम न्याती तथा माइक्रोबायोलॉजी से डॉ हर्षदा शाह के मार्ग दर्शन में होगा। करोना के लिए अभी कोई विशेष दवा या वैक्सीन उपलब्ध होने में कुछ माह लग सकते है तथा वह काफी महंगा इलाज होगा। इन सभी हालात को देखते हुए यदि यह दवा उपयोगी पाई जाती है तो एक सस्ता व सुरक्षित इलाज पहले से ही आजमाई व उपलब्ध दवा द्वारा हो सकता है। इसी उम्मीद के साथ विभिन्न कमिटियों तथा भारत सरकार ने इज़ाज़त दी है। यहाँ विशेष बात यह भी है की अभी हमारे देश में इस दवा पर इस सम्बन्ध में यह पहला ट्रायल रजिस्टर्ड हुआ है जब की अमेरिका में यह प्रयोग चल रहा है। विभिन्न सरकारी फंडिंग एजेंसीज से प्रस्तावित अनुमानित खर्च में मदद हेतु चर्चा जारी है। इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन श्री सुरेशसिंह भदौरिया व डीन डॉ होलकर ने बताया कि समय की मांग के अनुसार मदद का इंतज़ार किए बगैर ही प्रोजेक्ट प्रारंभ किया जा रहा है।