नई दिल्ली: देशभर में कोरोना (Corona) के नए वेरिएंट से लगातार ख़तरा बढ़ता जा रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार, बढ़ते कोरोना के संक्रमण के चलते फरवरी में ही तीसरी लहर दस्तक दे सकती है. हालांकि, यह दूसरी लहर के मुकाबले कमजोर रहेगी। इस बात की जानकारी आईआईटी के डाटा वैज्ञानिक दल ने दी है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, तीसरी लहर में 1 से 1.5 लाख तक अधिकतम मामले दर्ज किए जा सकते हैं.
वैज्ञानिक मनिंद्र अग्रवाल ने कहा कि “इस बड़े आंकड़े के पीछे ओमिक्रॉन ही हो सकता है।” मनिंद्र अग्रवाल ने आगे कहा कि, “पिछली बार रात के कर्फ्यू और भीड़ भरे आयोजनों को रोकने से संक्रमितों की संख्या में कमी लाई गई थी. आगे भी हल्के स्तर पर लॉकडाउन लगाकर इन्हें नियंत्रित किया जा सकता है.”
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, देशभर में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामलों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है. जानकारी के अनुसार, ओमिक्रॉन के रविवार को 17 और नए केस मिले हैं. इनमें से सबसे ज्यादा मामले जयपुर से दर्ज किए गए हैं. वहीं, देश की राजधानी दिल्ली में भी पहला केस दर्ज हो गया है.