Corona in MP: इन दिनों जहां कोरोना मरीजों की संख्या कम हो रही है वहीं सर्दी-जुकाम व बुखार ने आतंक मचा रखा है। ऐसे में एक बार फिर पिछले तीन दिन से फिर मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। कहा जा रहा है कि शनिवार को प्रदेश में कोरोना के 22 मरीज मिले हैं। शुक्रवार को भी इतने ही मरीज मिले थे। इसके बाद भी न तो लोग सतर्क हैं न ही सरकार गंभीर है। बता दे, ज्यादा सैंपलिंग दिखाने के लिए फर्जी जांच दिखाने के मामले भी सामने आ चुके हैं। ऐसे में विशेषज्ञों ने चेताया है कि इन दिनों वायरल फीवर के मामले बढ़े हैं। इसके लक्षण भी कोरोना की तरह होते हैं। ऐसे में सामान्य बुखार समझकर जांच कराने में देरी न करें।
बुखार के मरीज बढ़े पर जांच कराने वाले जस के तस –
जानकारी के मुताबिक, मौसम में बदलाव के बाद बुखार के मरीज तेजी से बढ़ गए हैं। ऐसे में फीवर क्लीनिकों में जांच कराने वालों की संख्या नहीं बढ़ी है। वहीं भोपाल में हर दिन करीब छह हजार सैंपल की जांच होती है। बताया जा रहा है कि इनमें करीब 1600 सैंपल पिछले महीने तक फीवर क्लीनिक से आ रहे थे। अब भी वही स्थिति है। साथ ही जेपी अस्पताल में सुबह आठ से रात 8 बजे तक चलने वाले फीवर क्लीनिक में भी पहले की तरह करीब 100 मरीज ही रोज जांच के लिए आ रहे हैं। सैंपलिंग का लक्ष्य पूरा करने के लिए टीम औचक सैंपलिंग कर रही है।
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तीसरी लहर को लेकर प्रदेश में तैयारी –
आक्सीजन प्लांट- 229 टन रोज आक्सीजन बनाने की क्षमता वाले 186 जनरेशन प्लांट प्रदेश में लगाए जाने हैं। अभी तक 88 प्लांट तैयार हो गए हैं। जिला अस्पतालों में पहले से 586 बिस्तर का आइसीयू है। तीसरी लहर के लिए 650 बिस्तर का आइसीयू और 330 बिस्तर का बच्चों के लिए आइसीयू बनाया जा रहा है। इसके वेंटिलेटर मॉनीटर व अन्य उपकरण भी आ चुके हैं, लेकिन सिविल कार्य अभी ज्यादातर जगह पूरा नहीं हुआ है। मेडिकल कॉलेजों में 1200 बिस्तर का आइसीयू और 600 बिस्तर का बच्चों के लिए आइसीयू बनाया जाना है। 30 सितंबर तक बिस्तर तैयार करने का लक्ष्य है। हमीदिया अस्पताल भोपाल समेत ज्यादातर अस्पतालों में अभी सिविल कार्य ही चल रहा है।
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