मध्यप्रदेश में लगातार कोरोना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। पॉजिटिव केस में भी लगातार इजाफा होता दिखाई दे रहा है। ऐसे एक बार फिर कोरोना ने खतरनाक रूप ले लिया है। बीते 24 घंटों में अकेले इंदौर में 300 पार कोरोना संक्रमित मिले तो वहीं भोपाल में भी अकड़ा 200 के करीब पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि नए मामलों को मिलाकर प्रदेश में कोरोना के 917 केस सामने आए हैं।
जानकारी के अनुसार, प्रदेश में अब कोरोना के 6032 एक्टिव केस हो गए हैं। पॉजिटिविटी रेट 5 % है। वहीं महाराष्ट्र से आने और जाने वाली बसों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। ताकि संक्रमण पर थोड़ा सा काबू किया जा सके। दरअसल, 20 मार्च से अब महाराष्ट्र से कोई बस एमपी में न तो आ सकेगी और न ही जाने की इजाज़त होगी।
इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज ने कोरोना की स्थिति की समीक्षा की है। इस बैठक में सभी कलेक्टर, कमिश्नर, सीएमएचओ और मेडिकल कॉलेज के डीन भी शामिल हुए। उन्होंने इस दौरान कहा कि कोरोना संक्रमण फिर तेजी से फैल रहा है। इसके नियंत्रण के लिए आर्थिक गतिविधियों पर रोक नहीं लगाई जा सकती।
व्यापार और रोजगार में कोरोना से बचाव के लिए सावधानियों का कड़ाई से पालन करें, नहीं तो सरकार कड़ाई करेगी। यह प्रदेश में गुड गवर्नेंस की परीक्षा है। बिना पेनिक करें हमें कोरोना को परास्त करना है। बैठक में बताया गया कि भोपाल और इंदौर में प्रतिदिन करीब 40 हजार लोगों के वैक्सीनेशन का टारगेट रखा गया है, लेकिन भोपाल में 50% से ज्यादा टीकाकरण नहीं हो पा रहा, इंदौर में यह 45% ही है। हालांकि सतना जैसे अन्य छोटे जिलों में हर रोज 95% तक वैक्सीनेशन हो रहा है।