भोपाल: मध्यप्रदेश में एक बार फिर कोरोना ने अपनी रफ़्तार पकड़ी ली है जिसके बाद से राज्य सरकार काफी चिंतित नजर आ रही है। एक बार प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर सहित अन्य जिलों में कोरोना के मामलो में वृद्धि नजर आ रही है।
आज की समीक्षा बैठक में CM शिवराज ने कहा हैं कि प्रदेश में कोरोना को बढ़ते देख लगातार सतर्कता बरतना जरूरी है। साथ इस बैठक में अब से प्रदेश में फिर से मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। देर शाम इसके निर्देश भी जारी हो गए। फिलहाल सबसे ज्यादा कोरोना मामलो में वृद्धि इंदौर और भोपाल में हुई है जगह पिछले 24 घंटो में कोरोना के नए मामले मिले है। 24 घंटे में केस तो तेजी से आए हैं, लेकिन कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है। राहत की बात है कि भिंड, छतरपुर, धार, मंदसौर, निवाड़ी और मुरैना में एक भी कोरोना मरीज नहीं है।
सामने आ रहे है नए केस
प्रदेश में मास्क पहनने का निर्देश पुराना ही है, पर अधिकारियों की लापरवाही के चलते इसे सही तरीके से लागू नहीं किया जा रहा। जिसके बाद हालही में अचानक से कोरोना मामलों में वृद्धि होती हुई नजर आ रही है राज्य के बड़े जिलों में से 24 घंटे में कोरोना के 294 केस सामने आए हैं।सबसे ज्यादा 61% मरीज तो अकेले इंदौर में है जहा 104 पॉजिटिव मिले है इसके बाद प्रदेश राजधानी में भी 76 पॉजिटिव मिले हैं। जिसके बाद सर्कार काफी सख्त हो गई है।
महाराष्ट्र से आने वालो की होगी जाँच-
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना मामले बढे है जिसके बाद प्रदेश CM ने सभी कलेक्टरों को क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि लापरवाही से कोरोना विकराल हो सकता है। इतना ही इसके लिए CM ने निर्देश दिए है कि महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों से जो लोग प्रदेश में आ रहे हैं, उनका RT-PCR टेस्ट किया जाएगा। साथ ही इस साल के भव्य आयोजनो में से एक शिवरात्रि पर होने वाले मेलों को लेकर भी सतर्कता बरती जाएगी। इस बैठक में महाराष्ट्र के अमरावती में एक हफ्ते का लॉकडाउन और कई जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाए जाने के बाद मध्य प्रदेश में भी लॉकडाउन लगने की चर्चा शुरू हो गई थी, फ़िलहाल स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू की बात को नकार दिया था और सभी से सतर्कता बरतने का अनुरोध किया गया हैं।