इंदौर: कोरोना ने एक बार फिर प्रदेश में अपनी दस्तक दे दी है जिसके बात से सरकार एवं प्रशासन दोनों ही सतर्क नजर आ रहे है। कोरोना महामारी के कारण पिछले साल से सभी स्कूल बंद थे जिसके बाद इस साल की शुरुआत में कोरोना की वैक्सीन टीकाकरण आरम्भ होने के साथ ही धीरे धीरे प्रदेश में स्कूल भी खोलने की अनुमति मिल गई थी लेकिन एक बार फिर से मध्यप्रदेश पर कोरोना का खतरा मंडराने लगा है। इसी क्रम में इंदौर शहर के एक निजी स्कूल में दो शिक्षिकाएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई है।
लॉकडाउन के समय में भी सबसे ज्यादा कोरोना मामले इंदौर से ही मिल रहे थे जिसके बाद अभी कुछ समय पहले ही राहत मिली थी लेकिन महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना मामले के साथ प्रदेश के इंदौर और भोपाल में भी कोरोना के मामले बढ़ने लगे है जिसके लिए सरकार ने एक बार फिर सख्ती बरतना शुरू कर दी है। इसी बीच शहर के सेंट पॉल स्कूल में इस माह प्रैक्टिकल की एग्जाम चल रही है और उच्च कक्षाओं की परीक्षाएं भी शुरू होने में है इस बीच स्कूल की दो शिक्षिकाएं कोरोना पॉजिटिव मिली है जिससे पालक और स्कूल प्रशासन दोनों काफी चिंतित नजर आ रहे है।
स्कूल में शिक्षिकाओं के कोरोना पॉजिटिव मिलने की खबर से ही स्कूल प्रबंधन सहित छात्र छात्राओ के पालक घबरा गए हैंं। इसके बाद अब पालक चाहते हैं कि स्कूल प्रबंधन आगामी परीक्षाएं ऑनलाइन तरीके से ही लें, बच्चो के परिजनों का कहना है कि शहर में कोरोना संक्रमित बढ़ रहे हैं, फिर भी स्कूल प्रबंधन चाहता है कि बच्चे स्कूल में आकर ही परीक्षा दें। इस संबंध में कई पालकों ने स्कूल प्रबंधन से अनुरोध भी किया कि फाइनल एक्जाम ऑफलाइन नहीं ले, लेकिन अभी तक स्कूल प्रबंधन से कोई जवाब मिला है।
शिक्षिकाओं के कोरोना पॉजिटिव मिलने की खबर के बाद स्कूल के फादर सीबी जोसेफ ने बताया है कि जो टीचर पॉजिटिव आई हैं, वह घर पर ही हैं। वहीं सीबीएसई से जो हमें गाइड लाइन मिली है हम उसी का पालन कर रहे हैं। हमें जब तक नई गाइड लाइन नहीं मिलती, हम उसी प्रकार परीक्षाएं लेंगे। बता दे की पप्रदेश में कोरोना मामलो को बढ़ते देख CM द्वारा समीक्षा बैठक में पुराने नियमो को फिर से लागु करने का निर्णय भी लिया है अब से इंदौर-भोपाल सहित सभी जिलों में मास्क पेहनंना अनिवार्य किया जा चूका है।