उप चुनाव तैयारी पर ‘कोरोना’ का ब्रेक, आईसीयू में सरकार-संगठन

Akanksha
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shivraj corona positive

 

दिनेश निगम ‘त्यागी’

कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ती संख्या और वीवीआईपी के कोराना पॉजीटिव निकलने के कारण लापरवाह राजनेताओं की रफ्तार पर ब्रेक लगा है। हालात इस कदर बिगड़े हैं कि सरकार को भोपाल में 10 दिन का लॉकडाउन करना पड़ गया। राजनेता दूसरों को मास्क पहनने, दूरी बनाने तथा अन्य गाइडलाइन पालन करने का निर्देश दे रहे थे लेकिन खुद लापरवाह थे। यही वजह है कि कोरोना संक्रमण भयावह रूप में सामने आया। इसकी वजह से भाजपा सरकार और संगठन क्वारेंटाइन है। मुख्यमंत्री सहित तीन मंत्री और आधा दर्जन भाजपा विधायक कोरोना की चपेट में हैं। डरी कांग्रेस ने भी सतर्कता बरतना शुरू कर दी है। नतीजे में अन्य राजनीतिक गतिविधियों के साथ उप चुनाव की तैयारियों पर भी ब्रेक लग गया है। मुख्यमंत्री को मंत्रियों, विधायकों को गाइडलाइन का पालन करने के सख्त निर्देश देना पड़े। दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ शुक्रवार को दिल्ली चले गए।

सरकार व संगठन हुआ बीमार….

– मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, चार मंत्री कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल में भर्ती हैं। इनके संपर्क में आए मंत्रियों ने खुद को होम क्वारेंटाइन कर लिया है। कुछ मंत्री रिपोर्ट के इंतजार में होम क्वारेंटाइन हंै। कुछ ऐसे भी मंत्री हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज के संक्रमित होने के बाद आम लोगों से संपर्क करना बंद कर दिया है। यही हाल भाजपा संगठन का है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत और भोपाल के संभागीय संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी कोरोना पॉजीटिव हैं। इसके बाद पार्टी के कई नेता होम क्वॉरेंटाइन हो गए हैं। भाजपा कार्यालय में सन्नाटा है। उपचुनाव को लेकर जिस तेजी से नेता और कार्यकर्ता सक्रिय हुए थे, अब अपने घरों को लौट गए हैं।

कांग्रेस में वर्चुअल बैठकें, आॅनलाइन संपर्क….

भाजपा में कोरोना संक्रमण का हाल देखकर कांग्रेस भी भयभीत है। उसने सबक लेते हुए एहतियात बरतना शुरू कर दिया है। उप चुनाव की तैयारी में लगे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुलाकातों का दौर कम कर दिया है। वर्चुअल बैठक के जरिए पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं से संपर्क कर रहे हैं। उन्होंने पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर चुनाव की रणनीति पर मंथन किया। ग्वालियर-चंबल संभाग के कांग्रेस में शामिल हुए कार्यकर्ताओं को भी आॅनलाइन सदस्यता दिलाई गई। भोपाल में टोटल लॉकडाउन होने के कारण कमलनाथ ने उप चुनाव तैयारी की रणनीति में बदलाव किया है। वे अब चुनिंदा नेताओं से ही मुलाकात कर रहे हैं। फिलहाल शुक्रवार को वे दिल्ली निकल गए।

खुद नहीं किया गाइडलाइन का पालन….

मुख्यमंत्री और मंत्री जनता को समझा रहे थे कि वे गाइडलाइन का पालन करें। घर से न निकलें, सोशल डिस्टेंस बनाएं, हाथ धोएं-मास्क पहने, लेकिन वे खुद अपने इलाकों का दौरा करते रहे और सभाओं को संबोधित करते रहे। इन्होंने खुद गाइडलाइन का पालन करने की जरूरत नहीं समझी। राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर उनकी अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत और मंत्री अरविंद भदौरिया एक ही चार्टर्ड प्लेन में बैठकर भोपाल से लखनऊ गए। लखनऊ से लौटने के बाद सबसे पहले अरविंद भदौरिया के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। बाद में अन्य तीनों की भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गई।

भाजपा – कांग्रेस में कोरोना संक्रमण….

मुख्यमंत्री एवं भाजपा के प्रमुख नेताओं के अलावा कई और मंत्री-विधायक भी कोरोना पॉजिटिव आए हैं। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और पिछड़ा वर्ग मंत्री रामखेलावन पटेल को कोरोना हो गया है। सिलावट अपने क्षेत्र में जमकर प्रचार कर रहे थे। इससे पहले भाजपा विधायक ओम प्रकाश सखलेचा, दिव्यराज सिंह, राकेश गिरी सहित कुछ अन्य भी कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। कांग्रेस भी पीछे नहीं है। विधायक कुणाल चौधरी, प्रवीण पाठक, पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और तरुण भनोत के परिवार के सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव आए हैं। घनघोरिया को हालत गंभीर होने पर एयर एंबुलेंस से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। इसके बाद ही राजनेता चेते, मुख्यमंत्री को सख्त रुख अपनाना पड़ा। इससे उप चुनाव तैयारी की रफ्तार पर भी ब्रेक लग गया।