डाबर च्यवनप्राश के सेवन से कोविड इन्फेक्शन की गंभीरता 6 गुना तक कम : संजय सोंगाओकर

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इंदौर : भारत में सर्दियों के मौसम का बेसब्री से इंतज़ार किया जाता है लेकिन इस मौसम के साथ ही सर्दी ज़ुकाम और सांस की बीमारियों के मामले भी बढ़ जाते हैं। ये सभी समस्याएं सर्दियों के मौसम में आमतौर पर देखी जाती हैं और इनका मुख्य कारण है इम्यूनिटी कम होना। च्यवनप्राश तकरीबन 3000 साल पुराना और जानामाना आयुर्वेदिक फॉर्मूला है जो शरीर की इम्यूनिटी (बीमारियों से लड़ने की ताकत) बढ़ाता है और आमतौर पर होने वाले इन्फेक्शन जैसे सर्दीजुकाम आदि से भी सुरक्षित रखता है।

डाबर च्यवनप्राश में रसायन हर्ब्स मौजूद होते हैं जो अपने इम्युनोमोड्युलेटरी इफेक्ट्स के कारण कई तरह के इन्फेक्शन से बचाते हैं। यह बात डाबर इंडिया लिमिटेड के मार्केटिंग हैड हेल्थ सप्लीमेन्ट्स संजय सोंगाओकर ने कही। उन्होंने कहा कोविड – 19 के दौर में इम्यूनिटी को मजबूत बनाना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। 40 से अधिक जड़ी बूटियों जैसे आंवला अश्वगंधा और गिलोय के गुणों से भरपूर च्यवनप्राश हमेशा से बीमारियों से लड़ने के लिए इम्यूनिटी बढ़ान॓ के लिए अग्रसर रहा है।

डाबर च्यवनप्राश पर कई बड़े अध्ययन किए गए हैं जो बताते हैं कि यह फॉर्मूला इम्यूनिटी बढ़ाने में बेहद कारगर है। इसे कोविड-19 इन्फेक्शन से बचाव के लिए भी सहायक पाया गया है। एक क्लीनिकल अध्ययन म॓ डाबर च्यवनप्राश के नियमित सेवन से टेस्टेड लोगों म॓‌ कोविड – 19 इन्फेक्शन की संभावना 12 गुना तक कम पाई गई । यह भी पाया गया है कि डाबर च्यवनप्राश का नियमित सेवन करने से कोविड-19 इन्फेक्शन की गंभीरता 6 गुना तक कम हो गई है।