लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले 3 महीने में करीब 90 हज़ार कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ी है। इसी बीच आज गुरुवार को कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने आज गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
गौरव वल्लभ ने कहा कि वे सुबह-शाम न तो सनातन विरोधी नारे लगा सकते हैं और न ही देश के धन सृजनकर्ताओं को गाली दे सकते हैं। इसी वजह से वह कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं। देश के अधिकांश मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि अब गौरब बीजेपी में शामिल हो सकते है। हालांकि, अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि हुई है।
गौरव ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर कहा, ‘मैं पिछले कुछ दिनों से पार्टी के रुख से असहज महसूस कर रहा हूं। जब मैं कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ तो मेरा मानना था कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है। वहां सभी के विचारों का सम्मान किया जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है। पार्टी का जमीनी स्तर पर जुड़ाव पूरी तरह टूट चुका है, जो नए भारत की आकांक्षा को समझ ही नहीं पा रही है। इस कारण पार्टी न तो सत्ता में आ पा रही है और न ही मजबूत विपक्ष की भूमिका निभा पा रही है।