भाजपा के खिलाफ जनता की नाराजगी से मध्यप्रदेश में बनेगी कांग्रेस की सरकार – दिग्विजय सिंह

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इंदौर। मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को 230 में से पहले चरण में उन 66 विधानसभाओं की जिम्मेदारी दी थी जहां कांग्रेस ने तीन से चार बार लगातार हार का सामना किया। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पीसीसी चीफ कमलनाथ द्वारा दी गई जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए 17 फरवरी 2023 से भोपाल की बैरसिया विधानसभा से मंडलम सेक्टर अध्यक्षों व कार्यकर्ताओं की बैठकें शुरू की, जिस का सिलसिला 7 जून 2023 तक जारी रहा।

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने इस दौरान 39 दिनों में 35 जिलों की 66 विधानसभा का सघन दौरा किया जिसमें भोपाल जिले की बैरसिया, गोविंदपुरा, सीहोर जिले की बुधनी, सीहोर, आष्टा, हरदा जिले की टिमरनी, रीवा जिले की रीवा, मनगवां, देवधर, सिरमौर व देवतालाब, दतिया जिले की दतिया, शिवपुरी जिले की शिवपुरी, गुना जिले की गुना व बमोरी, ग्वालियर जिले की ग्वालियर, विदिशा जिले की शमशाबाद, कुरवाई, सागर जिले की खुरई, सुरखी, सागर, नरयावली, रहली, दमोह जिले की हटा व पथरिया, शाजापुर जिले की शुजालपुर, आगर मालवा जिले की सुसनेर, उज्जैन जिले की उज्जैन उत्तर व उज्जैन दक्षिण, धार जिले की बदनावर, रतलाम जिले की रतलाम सिटी, नीमच जिले की नीमच व जावद, मंदसौर जिले की मंदसौर व सुवासरा, सिंगरौली जिले की सिंगरौली व देवसर, सीधी जिले की धौहनी, शहडोल जिले की जयसिंहनगर, अनूपपुर जिले की अनूपपुर, कटनी जिले की मुड़वारा, जबलपुर जिले की सिहोरा, जबलपुर कैंट व पनागर, सिवनी जिले की सिवनी, नर्मदापुरम जिले की होशंगाबाद व पिपरिया, रायसेन जिले की सांची, देवास जिले की देवास, बागली व खातेगांव, बुरहानपुर जिले की बुरहानपुर खंडवा जिले की हरसूद, पंधाना व खंडवा, अशोकनगर जिले की अशोकनगर व मुंगावली, छतरपुर जिले की बिजावर व चंदला, राजगढ़ जिले की सारंगपुर, इंदौर जिले की सांवेर इंदौर 4, इंदौर 2 एवं इंदौर 5 सहित 66 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के मंडल सेक्टर अध्यक्षों की बैठकों में शामिल हुए।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इन 66 विधानसभाओं के दौरे के दौरान विधानसभा क्षेत्रों में संबंधित जिलों की कांग्रेस कमेटी द्वारा दो सत्रों की बैठक आयोजित की गई जिसमें पहले सत्र में कांग्रेस के मंडल, सेक्टर बीएलए कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया। इस बैठक में पूर्व सीएम ने बूथ स्तर पर संगठन मजबूत करने को लेकर खुला संवाद किया।

दूसरे सत्र में विधानसभा क्षेत्र के महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआ, सेवादल, किसान कांग्रेस सहित सभी मोर्चा, प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व कार्यकर्ताओं एवं पंचायत जनपद पंचायत, जिला पंचायत, नगर पंचायत, नगर पालिका एवं नगर निगम के निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ कार्यकर्ता बैठकर आयोजित की गई। कार्यकर्ता बैठक में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने हर नेता को मंच से नीचे कार्यकर्ताओं के साथ बैठा कर स्पष्ट सीख दी कि हर नेता पहले एक कार्यकर्ता है। कार्यकर्ता बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जी ने सम्मान के साथ समस्त महिलाओं को मंच पर बैठाने की एक सराहनीय पहल की जिसका संदेश साफ है कि भाजपा महिलाओं के सम्मान की कोरी बातें करती है और कांग्रेस नारी सम्मान की न सिर्फ बातें करती है बल्कि सम्मान के साथ उन्हें मंच भी प्रदान करती है।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 66 विधानसभाओं की बैठकों में सफलता के 5 सूत्र दिए। उन्होंने कहा यदि जनप्रतिनिधि इन सूत्रों को अमल में लाते हैं तो उन्हें कोई हरा नहीं सकता। जो 5 सूत्र पूर्व सीएम ने कार्यकर्ताओं को सिखाए वे हैं, संपर्क, संवाद, समन्वय, सामंजस्य व सकारात्मक सोच।

पूर्व सीएम ने इन 66 उन विधानसभाओं के कार्यकर्ताओं से एकजुटता के साथ चुनाव लड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि ज्यादातर विधानसभा में जहां हम हारे हैं वहां कांग्रेस के ही कार्यकर्ता निर्दलीय चुनाव लड़ गए। इसलिए पूर्व सीएम ने लगभग हर विधानसभा क्षेत्रों में संभावित उम्मीदवारों को एक साथ खड़ा कर शपथ दिलाने का काम किया कि वे किसी भी सूरत में कांग्रेस के प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगे, प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव प्रचार नहीं करेंगे और एकजुटता के साथ पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को जिताने में अपनी ताकत लगाएंगे। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ताओं के जोश व भाजपा के खिलाफ माहौल को भांप कर दावा किया है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस 150 से भी ज्यादा सीटों के साथ पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी।