“150 करोड़ के घोटाले की जॉंच हेतु मोहन सरकार उच्चस्तरीय जॉंच आयोग का करें गठन”
इंदौर,। मध्यप्रदेश में मोदी की गारंटी के बाद इंदौर नगरनिगम में ऐतिहासिक घोटाला करके बिना काम करें ही फ़र्ज़ी बिल लगाकर 150 करोड़ रूपये की लूट करने में भाजपा के दो एमआईसी मेम्बर एंव निगम अधिकारियों सहित फ़र्ज़ी ठेकेदारों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार किया हैं। म.प्र.कांग्रेस कमेटी महासचिव राकेश सिंह यादव ने प्रधानमंत्री एंव मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सवाल किया हैं की क्या मोदी की गारंटी में करोड़ों का भ्रष्टाचार करने की छूट ही मोदी की गारंटी है।
इंदौर नगरनिगम में फर्जी बिलों से करोड़ों लूटने वालों की जॉंच हेतु कमेटी बनायी गई हैं।
इस जॉंच कमेटी में लेखा विभाग के अपर आयुक्त देवघर दरवई,सहायक लेखा अधिकारी रमेशचन्द्र शर्मा,सहायक लेखापाल आशीष तागड़े,रूपेश काले,भी शामिल हैं।
जबकि स्वतः ही स्पष्ट हैं की लेखा विभाग के अधिकारियों की इस लूट और भ्रष्टाचार में प्रमुख भूमिका हैं। इस घोटाले में जॉंच करने वाले उपरोक्त समस्त नौकरशाह करोड़ों के घोटाले में शामिल हैं।मोहन सरकार सारे मामले में लीपा पोती करने में लग गई हैं।
माननीय मुख्यमंत्री से पॉंच प्रमुख मॉंगो पर तत्काल निर्णय लेकर कार्यवाही करने की मॉंग की गई हैंः-
(1) नगरनिगम में फर्जी बिल कांड में शामिल दो एमआईसी सदस्यों पर मुख्यमंत्री कार्यवाही करें।
(2) उल्टा चोर कोतवाल को डाटें की तर्ज़ पर नगरनिगम घोटाले में शामिल लेखाविभाग के अधिकारियों को जॉंच कमेटी से बाहर करके घोटाले को अंजाम देने वालों का साथी मानकर जॉंच के दायरे में लाया जाये।
(3) इंदौर नगरनिगम का ऑडिट विभाग भी इस घोटाले में शामिल हैं।
इस विभाग के अधिकारियों को जॉंच के दायरे में रखा जायें।
(4) निष्पक्ष जॉंच के लिए मुख्यमंत्री राज्य स्तर के जॉंच आयोग का गठन करें।इस जॉंच आयोग में अन्य विभागों के अधिकारियों को सदस्य बनाया जायें।
(5) करोड़ों के फर्जी भुगतान का ऑडिट करने के लिए ऑडिट मुख्यालय ग्वालियर के अधीन उच्चस्तरीय जॉंच कमेटी भी बनाई जायें।संभावना हैं की 150 करोड़ से ज़्यादा राशि का फर्जी भुगतान निकाला गया हैं।
(6)नगरनिगम में दो कर्मचारी नेताओं की भूमिका भी संदिग्ध हैं।इसे जॉंच के दायरे में लाया जायें।
(7) फर्जी ठेकेदार,एमआईसी सदस्य,कर्मचारी नेता,लेखा विभाग के अधिकारियों सहित नगरनिगम के इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों के मोबाइल के डाँटा एंव कॉल डिटेल की फ़ॉरेंसिंक जॉंच कराकर दूध का दूध और पानी का पानी किया जाये।
संदिग्ध समस्त व्यक्तियों के मोबाइल जप्त किये जायें।
(8) नगरनिगम में प्रतिवर्ष ग्वालियर मुख्यालय से ऑडिट टीम पहुँचकर एक माह इंदौर में रहकर ऑडिट का कार्य करके भुगतान का सत्यापन करती हैं।
पिछले 10 वर्ष के ऑडिट की जॉंच स्वतंत्र एजेंसी से कराना चाहिए।
(9) फर्जी ठेकेदार,लेखा अधिकारीयों,इंजीनियरिंग विभाग अधिकारियों के कंप्यूटर की हार्ड डिस्क एंव लैपटॉप जप्त करके फ़ॉरेंसिंक जॉंच की जायें।फ़र्ज़ी भुगतान में बड़ा खेल इनके गजेट्स में दर्ज हैं।
(10) नगरनिगम घोटाले में उपरोक्त उल्लेखित समस्त संदिग्धों के बैंक एकाउन्ट एंव ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की जॉंच की जाये।इनसे संबंधित परिवार के सदस्यों एंव समस्त अधिनस्त स्टॉफ के मोबाइल बैंक लेन देन की जॉंच करने पर बड़ा खुलासा हो जाएगा।
कांग्रेस महासचिव ने प्रधानमंत्री एंव मुख्यमंत्री को तथ्यों की जानकारी सहित मध्यप्रदेश में सबसे बड़े घोटाले की जानकारी देकर उच्च स्तरीय जॉंच आयोग सेवानिवृत्त न्यायाधीश के अंतर्गत बनाकर जॉंच कराना चाहिए।इंदौर की जनता के वसूले टैक्स के पैसों को भाजपा और भ्रष्ट अधिकारियों ने लूट लिया हैं।नगरनिगम से लूटी गई राशि दोषियों की संपत्ति जप्त करके वसूली जायें। इंदौर हित में निष्पक्ष जॉंच कराकर दोषियों को जेल पहुँचाया जाये।