नई दिल्ली: विदेश जाने से पहले कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी में संगठनात्मक स्तर पर कई बदलाव किए है। साथ ही कांग्रेस कार्यसमिति का पुनर्गठन किया है। संगठन में कई नए चेहरों की एंट्री हुई है, जबकि पार्टी के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले कई नेता दरकिनार कर दिए गए प्रतीत होते हैं। ऐसे में एक बार फिर कांग्रेस में विरोध की आवाज सुनाई दे रही है।
कहा जा रहा है कि कांग्रेस के वो 23 नेता, जिन्होंने सोनिया गांधी को पिछले महीने पार्टी में बड़े बदलाव की मांग करते हुए चिट्ठी लिखी थी वो फिर से नाराज़ हैं। पार्टी के खिलाफ इनका अगला कदम क्या होगा इसको लेकर इन नेताओं ने शनिवार को दिल्ली में एक अहम बैठक की।
अंग्रेजी अखबार हिंन्दुस्तान टाइम्स के मुताबिक बैठक में अंसुष्ट नेताओं ने कहा कि 7 अगस्त को लिखी गई चिट्टी में बदलाव को लेकर जो मांग की गई थी उसे एक बार फिर से नजरअंदाज कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि शनिवार को हुई बैठक में चिट्ठी लिखने वाले 23 में से 18 नेता मौजूद थे। इनकी तरफ से ये भी दावा किया जा रहा है कि संगठन में मौजूदा बदलाव से नेता इतने नाराज हैं कि इस बैठक में कई नए चेहरे भी शामिल हुए।
बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि नए नेताओं के नाम का ऐलान सही वक्त पर किया जाएगा। कहा जा रहा है कि पार्टी के असंतुष्ट नेता फिलहाल थोड़े दिन के लिए शांत रह सकते हैं। संसद के मॉनसून सत्र के बाद जब सोनिया अपना हेल्थ चेकअक कराकर लौटेंगी तो फिर जाकर उनके सामने ये मुद्दा उठाया जा सकता है।