1 मई से 18 साल से ज्यादा उम्र वालों को वैक्सीनेशन का पहला डोज़ दिया जाएगा। ऐसे में कोविशील्ड बनाने वाली सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने वैक्सीन के दाम की भी घोषणा कर दी है। जिसको लेकर अब कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस नई वैक्सीन के दाम को लेकर सरकार पर कई सवाल उठाए है। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को एक पत्र भी लिखा है।
बताया जा रहा है कि वैक्सीन की दरों का ऐलान होने के बाद कई जगहों पर इसका विरोध किया जा रहा है। सोनिया गांधी ने पीएम से कहा है कि देश का मकसद यह सुनिश्चित करना होना चाहिए कि 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन दी जाए, चाहे उनकी आर्थिक स्थिति कैसी भी हो। कांग्रेस नेता ने सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। उन्होंने वैक्सीन की अलग-अलग कीमतों का कारण सरकार की नई वैक्सीन नीति को बताया है।
सोनिया गांधी ने पत्र लिख कर पीएम मोदी से कहा है कि – इस नीति के परिणामस्वरूप वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने अलग-अलग दामों की घोषणा की। दरअसल, कीमतों के अनुसार, केंद्र सरकार को एक डोज 150 रुपये में मिलेगी। लेकिन राज्य सरकार के लिए यह दर 400 रुपये और निजी अस्पतालों के लिए 600 रुपये प्रति डोज है। आगे उन्होंने कहा है कि इससे नागरिक ज्यादा कीमत चुकाने को मजबूर हो जाएंगे और राज्य सरकारों पर भी वित्तीय मार पड़ेगी। उन्होंने वैक्सीन की अलग-अलग कीमतों पर सवाल उठाए हैं। साथ कांग्रेस पार्टी ने इस नीति के दोबारा आकलन किए जाने की मांग की है।
इसके अलावा कांग्रेस ने ट्वीट के जरिए भारतीय जनता पार्टी पर अहंकार के आरोप लगाए हैं और साथ मिलकर काम करने की सलाह दी है। बता दे, पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ‘देश को संकट के दौर से निकालने के लिए सत्ताधारी दल की प्राथमिकता विपक्ष से समाधान आमंत्रित करने की होनी चाहिए। हम आपसी तालमेल के साथ नीति निर्धारण कर इस संकट से निकलेंगे। भाजपा अपने सियासी अंहकार को त्याग कर विपक्ष के सुझावों को मानें।