कांग्रेस का आरोप, शिवराज सरकार का एक माह पूर्व से ही झूठा नशा मुक्ति अभियान

Ayushi
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भोपाल: प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने बताया कि प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक सराहनीय कदम उठाते हुए प्रदेश में शराब बंदी को लेकर 8 मार्च से एक अभियान चलाने की घोषणा की, लेकिन बड़ा ही शर्मनाक है कि उन्हीं की पार्टी के प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान उमा भारती की घोषणा वाले दिन से ही उनके शराब बंदी अभियान को फ्लाप करने में जुट गये हैं। शराब बंदी की काट में वे नशा मुक्ति अभियान ले आये है और बड़ा ही आश्चर्यजनक है कि वे इस अभियान को इस तरह प्रचारित कर रहे हैं कि जैसे इस तरह का अभियान अकेले मप्र में ही चालू हुआ है।

जबकि सच्चाई यह है कि देश के कई राज्यों में पिछले कई वर्षों से नशा मुक्ति अभियान सतत चल रहा है। जो शिवराज सिंह चैहान चुनाव के पूर्व प्रदेश में शराब बंदी की वकालत करते थे, शराब की दुकाने कम करने के बड़े-बेडे़ दावे व घोषणाएं करते थे वे आज प्रदेश में शराब बंदी करने व अपने वादे पर अमल करने के बजाय उमा भारती के शराब बंदी अभियान को फ्लाप करने व निपटाने में लग गये हैं। इसी से शिवराजजी व उनकी सरकार का शराब प्रेम उजागर हो रहा है। जब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गृह राज्य में शराब बंदी हो सकती है तो मध्यप्रदेश में क्यांे नहीं?

सलूजा ने कहा कि यदि शिवराज जी को वास्तव में प्रदेशवासियों की चिंता है व उन्हंे शराब के दलदल में जाने से रोकना चाहते हैं तो उन्हें उमा भारती के इस शराबबंदी अभियान का पूर्ण समर्थन करते हुए प्रदेश में शराब बंदी को तत्काल लागू करना चाहिए। सलूजा ने कहा कि प्रदेश में शराब को लेकर भाजपा की गुटबाजी व खेमेबाजी निरंतर उजागर हो रही है।

एक तरफ प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा शराब की दुकानों को कम बताकर उन्हें बढ़ाने की बात करते हैं, वहीं दूसरी तरफ उमा भारती शराब बंदी की बात करती हैं और इन सबके बीच प्रदेश के मुख्ययमंत्री शिवराजसिंह, उमा भारती के शराब बंदी अभियान को फ्लाप करने के लिए नशा मुक्ति अभियान के नाम पर नई चाल चल रहे हैं। प्रदेश की जनता शिवराज सरकार के इस चरित्र व शराब प्रेम को खुली आखों से देख रही है।