गौतमपुरा नगर पंचायत पर किया कांग्रेस ने कब्जा, भाजपाइयो ने की पार्षदों को कब्जे में लेने की कोशिश

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इंदौर। देपालपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली गौतमपुरा नगर पंचायत में भारी कशमकश और भाजपा की हुडदंग के बीच हुए चुनाव में कांग्रेस ने जोरदार जीत दर्ज की है । पुलिस की उपस्थिति में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के विधायकों की गाड़ी पर हमला कर कांग्रेस के पार्षदों को अपने कब्जे में लेने की कोशिश की ।

गौतमपुरा नगर पंचायत में कम पार्षद होने के बावजूद भाजपा साम- दाम – दंड – भेद का उपयोग कर अपने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनाने के लिए लगी हुई थी । भाजपा को मजबूत बनाने के लिए पुलिस के द्वारा चुनाव के 1 दिन पहले कांग्रेस के पार्षद जमील खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया । इस मुकदमे का मकसद एक ही था कि इस पार्षद को मतदान करने के लिए नहीं आने देना है । गौतमपुरा नगर पंचायत में कांग्रेस के आठ और भाजपा के साथ पार्षद जीत कर आए हैं । इस स्थिति में कांग्रेस के एक पार्षद को मतदान से बाहर कर भाजपा इस नगर पंचायत पर कब्जा करने की कोशिश में थी । भाजपा की इस कोशिश को नाकाम करने का बीड़ा क्षेत्र के विधायक विशाल पटेल ने अपने साथी विधायक संजय शुक्ला के साथ मिलकर उठाया ।

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आज सुबह जब नगर पंचायत में मतदान के लिए कांग्रेस के सारे पार्षदों को लेकर यह दोनों विधायक पहुंचे तो पुलिस की उपस्थिति में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने विधायकों की गाड़ी पर हमला करते हुए कांग्रेस के पार्षदों को अपने कब्जे में लेने की कोशिश की । वहां पर कांग्रेस के विधायकों ने सीधा मोर्चा संभाल लिया । जिसके चलते हुए भाजपाइयों की कोशिश नाकाम हो गई । इसी बीच पुलिस के द्वारा कांग्रेस के पार्षद जमील खान के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज किया गया था । उस मामले में हाई कोर्ट के द्वारा यह आदेश जारी कर दिया गया कि उक्त पार्षद को मतदान करने से नहीं रोका जाए । माननीय उच्च न्यायालय के द्वारा यह आदेश उक्त पार्षद की याचिका पर जारी किया गया । यह आदेश भी मौके पर पुलिस को उपलब्ध कराया गया ।

इसके बाद फिर गौतमपुरा नगर पंचायत में मतदान हुआ । कांग्रेस के द्वारा इस नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए हर्षाली बाहेती और उपाध्यक्ष पद के लिए राजा पाटीदार को मैदान में उतारा गया । इसके बाद भी भाजपा हार मानने को तैयार नहीं थी । भाजपा के द्वारा कांग्रेस के पार्षदों में तोड़कर चुनाव को जीतने की कोशिश की गई । मतदान के बाद जब चुनाव का परिणाम आया तो कांग्रेस के दोनों प्रत्याशियों को 8 वोट मिले जबकि भाजपा के प्रत्याशियों को 7 वोट ही मिले । इस तरह कांग्रेस के विधायक विशाल पटेल और संजय शुक्ला के द्वारा दमखम से मैदान पकड़ कर इस नगर पंचायत पर कब्जा करने की भाजपा की कोशिश को नाकाम कर दिया गया ।