मुख्यमंत्री चौहान(Chief Minister Chouhan) ने कहा कि नर्मदा घाटी विकास विभाग प्रदेश में सिंचाई परियोजनाओं का कार्य तेज गति से पूरा कराने के प्रयास करें। जिन परियोजनाओं का कार्य अभी प्रारंभ नहीं हुआ है उन्हें शीघ्रता से प्रारंभ कराया जाए। प्रदेश में सिंचाई की क्षमता बढ़ाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्रालय भोपाल में नर्मदा नियंत्रण मंडल की 72वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दिए।
हरदा को शत-प्रतिशत सिंचित जिला बनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हरदा जिले को शत-प्रतिशत सिंचित जिला बनाये। प्रदेश के लिए यह बड़ी उपलब्धि होगी। हरदा शत-प्रतिशत सिंचित जिला बनकर अन्य जिलों के लिए आदर्श मॉडल बन सकेगा। बैठक में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
चिंकी–बौरास बराज संयुक्त बहुउद्देशीय माइक्रो सिंचाई परियोजना
जानकारी दी गई कि चिंकी–बौरास बराज संयुक्त बहुउद्देशीय माइक्रो सिंचाई परियोजना के अंतर्गत चिंकी एवं बौरास बराज, पावर हाउस, पम्प हाउस आदि का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना से नरसिंहपुर-रायसेन एवं होशंगाबाद जिले के 396 ग्राम लाभान्वित होंगे तथा एक लाख 31 हजार 925 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
सांवेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना
सांवेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना के अंतर्गत खरगोन-इंदौर में प्रेशराईज्ड पाइप्ड सिंचाई प्रणाली का निर्माण किया जाएगा। परियोजना से 272 ग्राम लाभान्वित होंगे और 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाएँ उपलब्ध हो सकेंगी।
भीकनगाँव बिंजलवाड़ा माईक्रो सिंचाई परियोजना
बैठक में भीकनगाँव बिंजलवाड़ा माईक्रो सिंचाई परियोजना के अंतर्गत खरगोन जिले में माइक्रो सिंचाई पद्धति से सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की समय-सीमा 30 जून 2023 तक बढ़ाने की स्वीकृति दी गई। परियोजना के पूर्ण होने पर 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।