इंदौर। भारतीय जनता युवा मोर्चा क़ानूनी समिति प्रदेश सह संयोजक एडवोकेट भूपेन्द्र सिंह कुशवाह ने बताया कि कांग्रेस द्वारा उपचुनाव जीतने के लिये निर्वाचन आयोग के समस्त नियमो की अवहेलना कर मानवता की सारी हदें पार कर लगातार अपने कृत्यों द्वारा अपनी घृणित मानसिकता का परिचय दिया जा रहा है।
कांग्रेस नेताओं द्वारा किये जा रहे इन कुकृत्यों पर युवा मोर्चे की क़ानूनी समिति लगातार सक्रियता से नज़र बनाये हुये है। जिसके चलते शनिवार को कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचन्द गुड्डु के ख़ास कांग्रेस नेता एवं सरकारी कांट्रेक्टर प्रवीण उर्फ़ बंटी पाराशर द्वारा अपनी फ़ेसबुक पर प्रदेश के यशस्वी सीएम चौहान और प्रदेश के विकास के लिये सबसे बड़ा बलिदान देने वाले, राज्यसभा सांसद ज्योतिरदित्य सिंधिया, साँवेर से भाजपा प्रत्याशी तुलसीराम सिलावट, एवं प्रदेश के समस्त भाजपा प्रत्याशियों की छवि बिगाड़ने एवं चुनाव में अवैध रूप से मतदाताओं एवं कार्यकर्ताओं को भ्रमित करने के उद्देश्य से वरिष्ठ नेताओ के विडियो से छेड़छाड़ कर उन्हें अपशब्द और अपमानित करने के उद्देश्य से भ्रामक पोस्ट सोशल मीडिया पर प्रसारित किये जा रहे हैं।
जो कि अत्यंत निंदनीय होकर भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की गयी आदर्श आचार संहिता साधारण आचरण में बिंदु क्रमांक-2 के उल्लंघन की श्रेणी में आता है। वही भाजपा आइटी सेल के नगर सह संयोजक एडवोकेट उज्ज्वल फणसे द्वारा भाजयुमो ज़िलाध्यक्ष श्रवणसिंह चावड़ा को जानकारी दी गयी जिस पर श्रवणसिंह चावड़ा द्वारा तत्काल कार्यवाही करवाए जाने हेतू निर्देशित किया गया।
बता दे कि, इस मामले में भारतीय जनता युवा मोर्चे की क़ानूनी समिति के प्रदेश सह-संयोजक एडवोकेट भूपेन्द्र सिंह कुशवाह एवं भाजपा आइटी सेल के नगर सह संयोजक एडवोकेट उज्ज्वल फणसे द्वारा उक्त कृत्य की शिकायत मयप्रमाण राज्य निर्वाचन आयोग भोपाल, निर्वाचन अधिकारी इन्दौर कलेक्टर मनीष सिंह एवं डीआईजी हरिनारायण चारी एवं एसपी सायबर को शिकायत कर कांग्रेस नेता पर धोखाधड़ी एवं आचार संहिता के उल्लंघन की धाराओं में शीघ्र कार्यवाही किये जाने की माँग की गयी है।
वही, भारतीय जनता युवा मोर्चे की क़ानूनी समिति के प्रदेश सह-संयोजक भूपेन्द्रसिंह कुशवाह ने यह भी बताया कि, कांग्रेस द्वारा यदि किसी भी प्रकार का ग़लत कार्य कर भारतीय जनता पार्टी के किसी भी नेता एवं साँवेर से सरल व सेवाभावी भाजपा प्रत्याशी की छवि बिगाड़ने की कोशिश की गयी या निर्वाचन आयोग के किसी भी नियम को तोड़ा गया तो कार्यवाही करवाने में किसी भी प्रकार की देरी नहीं की जायेगी।