Commonwealth Games: कॉमनवेल्थ गेम्स का अगला संस्करण 2026 में स्कॉटलैंड के ग्लासगो में आयोजित होने जा रहा है, जो 23 जुलाई से 2 अगस्त तक चलेगा। इस आयोजन के लिए हाल ही में महत्वपूर्ण घोषणाएँ की गई हैं, जिसमें भारत के लिए एक बड़ा झटका सामने आया है। कई ऐसे खेलों को सूची से हटा दिया गया है, जिनमें भारत के एथलीटों का प्रदर्शन हमेशा अच्छा रहा है और जिन्होंने अतीत में मेडल भी जीते हैं। हटाए गए खेलों में हॉकी, क्रिकेट, रेसलिंग, बैडमिंटन और शूटिंग शामिल हैं।
कॉमनवेल्थ गेम्स के पिछले संस्करण, जो बर्मिंघम में आयोजित हुआ था, में कुल 19 खेलों का आयोजन किया गया था। लेकिन ग्लासगो एडिशन में हॉकी, क्रिकेट, रेसलिंग, शूटिंग, बैडमिंटन, डाइविंग, बीच वॉलीबॉल, रोड साइकलिंग, माउंटेन बाइकिंग, रिदमिक जिमनास्टिक, रग्बी सेवन, स्क्वॉश, टेबल टेनिस, पैरा टेबल टेनिस, ट्रायथलॉन और पैरा ट्रायथलॉन को हटाने का निर्णय लिया गया है। इनमें से कम से कम पांच खेल ऐसे हैं, जिनमें भारतीय एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन किया है, और इनके हटने से भारत की मेडल संभावनाएँ प्रभावित हो सकती हैं।
हालांकि, कुछ नए खेलों को भी इस बार शामिल किया गया है। ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजकों ने एथलेटिक्स, पैरा एथलेटिक्स, बॉक्सिंग, बाउल्स, पैरा बाउल्स, स्विमिंग, पैरा स्विमिंग, आर्टिस्टिक जिमनास्टिक, ट्रैक साइकलिंग, पैरा ट्रैक साइकलिंग, नेट बॉल, वेट लिफ्टिंग, पैरा पॉवरलिफ्टिंग, जूडो, 3×3 बास्केटबॉल, और 3×3 व्हीलचेयर बास्केटबॉल जैसे इवेंट को शामिल किया है।
हॉकी और शूटिंग को हटाने का कारण यह है कि कॉमनवेल्थ गेम्स 2026 के केवल दो सप्ताह बाद हॉकी वर्ल्ड कप का आयोजन होगा, जो 15 से 30 अगस्त तक बेल्जियम और नीदरलैंड्स में होना है। इस संदर्भ में, हॉकी को हटाने का निर्णय लिया गया है, जिससे भारत को बड़ा झटका लगा है। इसके अलावा, शूटिंग को भी इसलिए हटाया गया क्योंकि शूटिंग रेंज ग्लासगो से लगभग 100 किलोमीटर दूर है, जबकि आयोजकों ने प्रतियोगिताओं के लिए स्थानों को 12 किलोमीटर के दायरे में रखना चाहा था। आयोजकों ने खेलों को हटाने के पीछे कम समय सीमा और बजट की कमी को भी एक महत्वपूर्ण कारण बताया है।