समिति लेखा विभाग में भुगतान हेतु भेजे प्रकरण की करेगी जांच
समिति,निगम के अधिकारियों अथवा कर्मचारियों की संलिप्तता होने और ई नगर पालिका मे प्रविष्टियों के संबंध में करेगी जॉच
इंदौर दिनांक 18 अप्रैल 2024।निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा द्वारा निगम को आर्थिक हानि पहुंचाने का प्रयास करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने की दृष्टि से तथा प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए निगम के अधिकारियों अथवा कर्मचारियों की संलिप्तता होने और ई नगर पालिका मे प्रविष्टियों के संबंध में जांच हेतु जांच समिति का गठन किया गया है।
विदित हो कि निगम के लेखा विभाग में विगत दिनो डेªनेज विभाग से 5 फर्म जिनमें मेसर्स नींव कंस्ट्रक्शन प्रोयरायटर मोहम्मद साजिद, मेसर्स ग्रीन कंस्ट्रक्शन प्रोयरायटर मोहम्मद सिदिकी, मेसर्स किंग कंस्ट्रक्शन प्रोपरायटर मो. जाकिर निवासी 147 मदीना नगर एवं मेसर्स क्षितिज इंटरप्राइजेस प्रोपरायटर श्रीमती रेणु वडेरा निवासी 6 आशीष नगर एवं मेसर्स जहान्वी इंटरप्राइजेस प्रोपरायटर राहुल वडेरा निवासी 12 आशीष नगर इंदौर के 20 पे ऑर्डर ऑडिट पश्चात लगभाग राशि 28 करोड़ के लेखा शाखा में प्रस्तुत किये गये थे। लेखा शाखा में प्राप्त उक्त पे ऑर्डर की प्रारंभिक जांच करने पर उक्त पे ऑर्डर में अधिक राशि के होने एवं मात्र 5 फर्म के होने से देयको के संबंध में शंका उत्पन्न हुई। उक्त प्रकरण की प्रथम दृष्टया जांच में प्रकरण फर्जी हस्ताक्षर एवं कुटरचित दस्तावेज के आधार पर तैयार किया जाना पाया गया।
उक्त प्रकरण आयुक्त के समक्ष प्रस्तुत करने पर आयुक्त द्वारा कड़ा रुख अपनाते हुए संबंधित पांच फार्मो के विरुद्ध जॉच हेतू थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई ।
आयुक्त श्री शिवम वर्मा द्वारा निगम को आर्थिक हानि पहुंचाने का प्रयास करने पर कड़ा रुख अपनाते हुए निगम के अधिकारियों अथवा कर्मचारियों की संलिप्तता होने और ई नगर पालिका मे प्रविष्टियों के संबंध में आईटी सेल से जांच कराने हेतु अपर आयुक्त श्री सिद्धार्थ जैन की अध्यक्षता में जॉच समिति का गठन किया गया है, गठित जॉच समिति में अपर आयुक्त लेखा श्री देवघर दरवई, श्री आर एस देवड़ा सहायक यंत्री, श्री रमेश चंद्र शर्मा सहायक लेखा अधिकारी,श्री अभिनव राय प्रभारी अधिकारी आईटी सेल श्री आशीष तागड़े सहायक लेखापाल श्री रुपेश काले सहायक लेखापाल की गठित की गई। उक्त समिति द्वारा 15 दिन में जांच करके जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
आयुक्त श्री शिवम वर्मा द्वारा समिति को निर्देशित किया गया कि जॉच में कोई भी दोषी ,अपचारी अधिकारी/कर्मचारी जो उपरोक्त प्रकरणों में सम्मिलित है, वह किसी भी कारण से बच नहीं सके तथा दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।