इंदौर : राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक धनराजू एस. ने कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा गरीब बच्चों की शिक्षा के लिये शिक्षा के अधिकार संबंधी की गयी कार्यवाही के लिये उन्हें बधाई दी है। राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक धनराजू एस. ने पत्र के माध्यम से सराहना करते हुये अवगत कराया कि कलेक्टर द्वारा की गयी कार्यवाही के सामने दो प्रतिष्ठित स्कूल के प्रबंधकों को झुकना पड़ा।
कलेक्टर सिंह के नेतृत्व में समेकित प्रयास से 56 बच्चों को इन स्कूलों में निःशुल्क प्रवेश मिल सका। कलेक्टर सिंह के प्रयासों से कमजोर वर्ग के बच्चों के प्रति संवेदनशीलता और कानून को लागू कराने की दृढ़ता के कलेक्टर द्वारा की यह कार्यवाही आम जनता में प्रशासन के प्रति विश्वास को और अधिक मजबूत करेगी।
प्रदेश के कई नामी और बड़े स्कूल अलग-अलग तरीके से इन जरूरतमंद बच्चों को प्रवेश देने से बचते रहे। इंदौर के दो प्रतिष्ठित स्कूल, जो कई वर्षों से आरटीई प्रावधानों का पूरी तरह पालन करने से बचते रहे, वे इस बार भी ऑनलाइन लॉटरी से चयनित बच्चों को प्रवेश देने से मना कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि आरटीई अधिनियम के अंतर्गत गैर अनुदान प्राप्त निजी विद्यालयों की 25 प्रतिशत सीटों पर कमज़ोर और वंचित वर्ग के बच्चों को प्रवेश देने का प्रावधान है। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा इस प्रावधान के तहत ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पंजीयन से लेकर स्कूल में प्रवेश तक पूर्णतः पारदर्शी प्रक्रिया संचालित की जाती है। बच्चे के प्रवेश के बाद फीस प्रतिपूर्ति भी ऑनलाइन पोर्टल से ही सीधे स्कूल के बैंक खाते में जारी की जाती है।
इस संबंध में कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा किये गये इस नेक कार्य के लिये राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक धनराजू एस. द्वारा उन्हें तथा कर्मचारियों को व्यक्तिगत रूप से बधाई और धन्यवाद दिया।