उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को श्रावस्ती के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। सीएम योगी ने श्रावस्ती के बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को राहत सामग्री भी वितरित की और दोपहर के समय बलरामपुर के लिए रवाना होंगे। प्रशासन अधिकारी SP और DM लगातार राहत कार्य पर अलर्ट है और दिन-रात काम कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने गुरुवार को कहा कि प्रशासन और सरकार राज्य में बाढ़ की स्थिति पर नजर रख रही है। सिंह ने संवाददाताओं से कहा, “सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के अधिकारियों के साथ वर्चुअली कई बैठकें की हैं। पिछले 4-5 दिनों में नेपाल, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के कारण क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। सरकार और प्रशासन अलर्ट पर है। अधिकारी (SP, DM) अलर्ट पर हैं और दिन-रात काम कर रहे हैं। सिंह ने बताया कि इस बाढ़ से काफी लोगों को नुकसान हुआ है और दो लोग पानी में डूब गए और बाद में उनके शव मिले। सरकार लोगों को राहत सामग्री मुहैया करा रही है।
इससे पहले बुधवार को योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी में बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण भी किया, पीलीभीत में बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और राहत सामग्री वितरित की। हवाई सर्वेक्षण करने के बाद उत्तर प्रदेश के सीएम ने कहा, जुलाई के पहले सप्ताह में ही भारी बारिश के कारण 133 गांव बाढ़ प्रभावित हैं। हजारों हेक्टेयर फसलें और खेत प्रभावित हुए हैं। जनप्रतिनिधि और स्थानीय प्रशासन काम कर रहा है। शारदा बैराज और अन्य क्षेत्रों में बाढ़ के खिलाफ समय पर की गई सावधानियों के कारण जान-माल का बड़ा नुकसान टल गया।
उत्तरप्रदेश राज्य के 12 जिले बाढ़ प्रभावित हैं। इन सभी जिलों में बचाव और राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण शारदा नदी में आए पानी से उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के कई गांव प्रभावित हुए हैं। प्रभावित गांवों में मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और लोगों को मजबूरन अस्थायी घरों में रहना पड़ रहा है। प्रशासन के द्वारा राहत कार्य किया जा रहा है।