नई दिल्ली: देश की राजधानी नई दिल्ली में दिल्ली सरकार की शक्तियों को कम करने के लिए लोकसभा में केंद्र सरकार ने गवर्नमेंट ऑफ नेशनल कैपिटल टैरिटरी ऑफ दिल्ली (संशोधित बिल) 2021 पेश किया है जिसके बाद से दिल्ली में हंगमा मचा हुआ है साथ ही इस बिल का विरोध दिल्ली में केजरीवाल सरकार यानि की आप ने भी इसका विरोध दर्ज कराया है। साथ ही इस बिल को लेकर कांग्रेस पार्टी ने भी बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए इस बिल को लेफ्टिनेंट गवर्नमेंट की तानाशाही बढ़ाने वाला बिल बताया है।
दिल्ली सरकार की शक्तियों को लेकर संसद में जो बिल लाया गया है उसके विरोध में दिल्ली के CM केजरीवाल ने आवाज उठाते हुए कहां है कि- सरकार का मतलब लेफ्टिनेंट गवर्नर हो जाएगा जोकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन है।”
बता दें कि संसद में आए इस राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली संशोधन विधेयक के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने विरोध दर्ज कराने के लिए कल सड़को पर उतरकर प्रदर्शन करने का एलान किया है। साथ ही केजरीवाल सरकार के प्रदेश संयोजक और कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने बताया है कि “केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली सरकार की शक्तियों को कम करने के लिए संसद में पेश किए गए विधेयक के खिलाफ आम आदमी पार्टी कल यानि कि 17 मार्च को जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करेगी, साथ ही उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शन में दिल्ली के CM और अन्य सभी नेता भी शामिल होंगे।
साथ ही इस बिल के संसद में पेश करने को लेकर CM केजरीवाल ने कहा था कि “केंद्र की भाजपा सरकार की ओर से दिल्ली शासन एक्ट में बदलाव के लिए लाए जाने वाले बिल का पुरजोर विरोध करते हैं, और इसका बिल का विरोध करते हुए उनका कहना है कि संसद में यह बिल असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक बिल है, यदि यह बिल पास होता है तो दिल्ली की जनता द्वारा चुनी हुई सरकार की बजाय उपराज्यपाल ही दिल्ली सरकार बन जाएंगे।”
CM केजरीवाल ने कहा कि -इस नए बिल के आने से केंद्र सरकार द्वारा लाया गया यह बिल लोकतंत्र और संविधान की आत्मा के खिलाफ होगा, और इसी के माध्यम से केंद्र सरकार यानि कि भाजपा उपराज्यपाल के साथ पिछले दरवाजे से दिल्ली की जनता पर शासन करने की तैयारी कर रही है। इसका हम विरोध करते है और इसके लिए AAP पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता जंतर-मंतर पर इसके खिलाफ सड़को पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।