MP चुनाव में शिवराज और कमलनाथ के बीच कांटे की टक्कर! सर्वे में ये नेता बना लोगों की पहली पसंद

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MP Election 2023 : मध्यप्रदेश में साल 2023 के नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है, जहां चुनाव से पहले पक्ष और विपक्ष दोनों दल के नेताओं के द्वारा मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों का दौरा किया जा रहा है। साथ ही मतदाताओं के बीच पहुंचकर कई घोषणा करने के साथ ही अपनी उपलब्धियां भी गिनाई जा रही है। हालांकि अभी तक विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा तो नहीं हुई है, लेकिन उससे पहले एक और जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश भर के सभी जिलों में पहुंचकर अपने कार्यकाल में किए गए कार्यों और योजनाओं का बखान कर रहे हैं तो वही कांग्रेस भी पीछे नहीं रही है।

सर्वे शिवराज और कमलनाथ के बीच कांटे की टक्कर

दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ के अलावा दिग्विजय सिंह भी चुनावी मैदान में उतर आए हैं और अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्रों के अलावा दूसरे क्षेत्रों में भी जाकर चुनाव प्रचार में लग गए हैं। कांग्रेस अब उन क्षेत्रों में अधिक नजर बनाई बैठी है,जहां पर उन्हें बीते चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुछ ओपिनियन पोल में कई तरह के चौकाने वाले खुलासे हुए हैं जिसमें लोग सीएम पद पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कमलनाथ के बीच कड़ी टक्कर बता रहे हैं।

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देखिए सर्वे में किसे प्रसंद कर रही जनता

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीएम शिवराज सिंह चौहान और कमलनाथ के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। ऐसे में जहां 37% लोगों की पसंद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान है तो वही 36% लोग पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को सीएम के पद पर देखना पसंद कर रहे हैं। इसके साथ ही 12% लोगों का कहना है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनना चाहिए। खास बात यह है कि इस सर्वे के दौरान करीब 17113 लोगो की राय ली गई थी। यह सर्वे 26 मई से 26 जून के बीच चलाया गया था।

हालांकि सर्वे में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को सिर्फ 1% लोग ही सीएम पद पर देखना चाहते हैं। इसके अलावा 14% ऐसे लोग भी शामिल है जो कि इन लोगों में किसी को भी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं देखना चाहते हैं। हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी, लेकिन सिंधिया के खेमे ने बगावत करते हुए कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया था और बीजेपी का दामन थामते हुए फिर से शिवराज सरकार बन गई थी। हालांकि यह तो मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक सर्वे हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव में जनता किसे मुख्यमंत्री के पद पर देखना चाहती है यह तो परिणाम ही बता पाएंगे।