कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को यूजीसी.नेट परीक्षा रद्द होने के एक दिन बाद नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान हजारों लोगों ने परीक्षा के दौरान होने वाले पेपर लीक की शिकायत की। सरकार पेपर लिक करने वाले माफिया को पकड़ने में असर्मथ क्यों है। आखिर इस प्रकार कि धांधली कब तक होगी।
गांधी ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि मोदी जी ने रूस.यूक्रेन युद्ध को रोका। लेकिन कुछ कारणों से नरेंद्र मोदी भारत में पेपर लीक को रोक नहीं पाए हैं या रोकना नहीं चाहते हैं। पेपर लिक करने में भाजपा का हाथ है । पेपर लिक करने का कारण हो सकता कि शिक्षा प्रणाली पर भाजपा के मूल संगठन का कब्जा। जब तक यह भाजपा सरकार रहेगी उस वक्त तक पेपर लिक के मामले लगातार बड़ते जायेंगे। मोदी जी ने इस कब्जे को आसान बनाया है। यह एक राष्ट्र विरोधी गतिविधि है।
गांधी ने कहा ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि हमारे सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया गया है। हमारे कुलपतियों को योग्यता के आधार पर नहीं रखा जाता है। बल्कि इसलिए रखा जाता है क्योंकि वे एक विशेष संगठन से संबंधित हैं। और इस संगठन और भाजपा ने हमारी शिक्षा प्रणाली में घुसपैठ की है और इसे नष्ट कर दिया है”
मंत्रालय ने यूजीसी.नेट परीक्षा को रद्द करने के मामले में कहा कि पार्टी 24 जून को मानसून सत्र शुरू होने पर संसद में इस मुद्दे को उठाएगी। बुधवार को शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी.नेट परीक्षा को रद्द करने की घोषणा की, जबकि यह परीक्षा पूरे देश में आयोजित की गई थी। 19 जूनए 2024 को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को परीक्षा पर गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र 14सी की राष्ट्रीय साइबर अपराध खतरा विश्लेषण इकाई से कुछ इनपुट मिले जिसकी जांच जारी है।