नई दिल्ली। भारतीय सीमा पर चीन की बढ़ती हदकतों के बाद भारत ने चीन को हर तरफ से घेरना शुरु कर दिया है। इस बार देश ने चीन से आने वाले सामनों के इंपोर्ट रपर जांच बढ़ाने का फैसला लिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक देश में इंपोर्ट होने वाले सभी एलईडी उत्पादों की जांच होगी। बीआईएस ने देश के बड़े बंदरगाहों जैसे कांडला, पारादीप, कोच्चि, मुम्बई जैसे पोर्ट पर इम्पोर्ट होने वाले एलईडी प्रोडक्ट के जांच के आदेश दे दिए हैं। इस आदेश के तहत चीन से इंपोर्ट हो रहे कंसाइनमेंट या माल में से किसी भी सैंम्पल को रैंडम या अनियमित तरीके से चुना जाएगा।
ऐसे नमूनों को जांच के लिए भारत मानक ब्यूरो की लैब्स में भेजा जाएगा। इन नमूनों की जांच 7 दिन में पूरी होगी। इस जांच में यह पता किया जाएगा की ये नमूने सुरक्षा के मापदंडों पर खरे उतरते हैं या नहीं। ऐसे में जो भी सेंपल इस जांच में सही नहीं पाए गए तो तो उन्हें वापस भेज दिया जाएगा या फिर नष्ट कर दिया जाएगा।
भारत के इस कदम से चीन के लिए अब एक और मुसीबत पैैदा हो सकती है। वित्त वर्ष 2020 में चीन से 1900 करोड़ डॉलर से ज्यादा के इलेक्ट्रॉनिक सामानों का इंपोर्ट हुआ था जिनमें ज्यादातर सामानों में लैंप्स और लाइट फिटिंग के सामान शामिल हैं।
ऐेसे में इन सामनों में किसी तरह की असुरक्षा पाए जाने पर चीन को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। क्योंकि इंपोर्ट होने वाले लैंम्प्स और लाइटिंग सामानों की कुल वैल्यू 43.6 करोड़ डॉलर है।