‘Tweet और Letter से नहीं बनता बच्चों का भविष्य, सरकार ले मौत की जिम्मेदारी..’ दिल्ली IAS कोचिंग हादसे पर छात्रों में गुस्सा

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दिल्ली में शनिवार शाम को जोरदार बारिश हुई. कई इलाकों में पानी भर गया है. भारी बारिश के कारण दिल्ली के पुराने राजेंद्र नगर में बड़ा हादसा हो गया है. आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बाढ़ आने से यूपीएससी की दो छात्राओं और एक छात्र की मौत हो गई। तीनों मृतक छात्रों की पहचान श्रेया, तान्या और नवीन के रूप में हुई है। श्रेया यूपी के अंबेडकरनगर की रहने वाली थीं। तान्या सोनी तेलंगाना की रहने वाली थीं और मृतक छात्र नेविन डाल्विन केरल के रहने वाले थे। इस मामले में अब तक दो लोगों को हिरासत में लिया गया है.


दिल्ली सरकार ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं, मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव से 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट मांगी है. दिल्ली कोचिंग हादसे को लेकर छात्रों में काफी गुस्सा है. मंत्री आतिशी के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश पर प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा, घटना की जिम्मेदारी लेने वाला कोई नहीं है. हम चाहते हैं कि सरकार से कोई यहां आए और उन सभी छात्रों की जिम्मेदारी ले, जिन्होंने अपनी जान गंवाई है। अपने AC कमरों से ट्वीट करके या पत्र लिखकर किसका भविष्य सुधारा जा रहा है?

छात्रों ने एमसीडी के खिलाफ प्रदर्शन किया

छात्र एमसीडी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. एमसीडी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि 80 फीसदी लाइब्रेरी बेसमेंट में हैं. जब बारिश होती है तो 10 मिनट में ही यह जगह पानी से भर जाती है. एमसीडी ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है.

अब तक तीन शव बरामद,14 को बचा लिया गया 

ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना पर डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्द्धन ने कहा, हमने आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है. हमारी फोरेंसिक टीमें यहां हैं। फॉरेंसिक सबूत इकट्ठा करने की प्रक्रिया जारी है. एनडीआरएफ ने अब तक तीन शव बरामद किए हैं. उन्हें आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है. लगातार पानी निकाला जा रहा है. डीसीपी ने कहा कि कुछ फंसे हुए छात्रों को बचाया गया है और उनमें से तीन को अस्पताल भेजा गया है। तीन शवों के अलावा 13 से 14 अन्य लोगों को बचाया गया और वे सुरक्षित हैं।