लखनऊ: उत्तरप्रदेश आईएएस अफसरो की कार्यशैली को लेकर वैसे ही चर्चा का विषय बना रहता है और इस बीच समाज कल्याण विभाग से एक किस्सा सामने आया है। जहां समाज कल्याण समिति के कई अधिकारियों की मौजूदगी के बीच निदेशक समाज कल्याण समिति के साथ प्रमुख सचिव ने बदसलूकी की और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। जिसके बाद समाज कल्याण विभाग के मंत्री और मुख्य सचिव बैठक में पहुंचे और इस विषय में सचिव से जवाब माँगा।
दरअसल समाज कल्याण की बैठक के दौरान जब विभाग के प्रमुख सचिव बीएल मीणा अपने मातहतों पर इतने नाराज हुए की उन्होंने बीच सभा में अपना आपा खो दिया और बैठक में अभद्र भाषा और गाली-गलोच देना शुरू कर दी और इसे लेकर एबीपी गंगा ने प्रमुख सचिव से जब जवाब माँगा तो उन्होंने बिना कोई जवाब दिए चुप्पी साध ली और उनसे सवाल किये कि ऐसा क्या हुआ जो आप इतने भड़क गए जिसके बाद वे कैमरे से बचते रहे और कुछ न बोलते हुए वहां से निकल गये।
और इतना ही नहीं जब एबीपी गंगा की टीम पूरा मामला जानने के लिए टीम के साथ विधानभवन के नवीन भवन स्थित उनके दफ्तर पहुंचे लेकिन वो दफ्तर में नहीं मिले, और बताया गया कि आज वो दफ्तर आए ही नहीं हैं, भवन में मौजूद समाज कल्याण के मंत्री से जब सचिव और निदेशक के बीच हुई इस तनातनी और तकरार पर सवाल पूछा तो पहल तो जवाब देने से बचते रहे और बार-बार सवाल पूछने के बाद कहने लगे की कभी कभी परिवार में ऐसा होता रहता है और उन्हें इस विषय में कोई जानकारी नहीं मिली है।