दिल्ली में कोरोना वायरस के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं. यहां पर कोरोना के रोज हजारों मामले सामने आ रहे हैं. वहीं, सैंकड़ों लोगों की रोज मौत हो रही है. हालात ऐसे हो गए हैं कि लोगों को अस्पतालों में बेड तक नहीं मिल रहे है. यदि बेड मिल भी जा रहे हैं तो सही तरह से इलाज नहीं हो रहा है. ऐसे में लोगों की मौत हो रही है. वहीं, ऑक्सीजन के अभाव में भी लोग मर रहे हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण बत्रा हॉस्पिटल है.
शनिवार को बत्रा अस्पताल में गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के प्रमुख सहित 12 कोरोना मरीजों की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई थी. इससे पहले, बत्रा अस्पताल में आठ मरीजों की मौत की जानकारी दी गई थी. अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉक्टर एससीएल गुप्ता ने कहा था कि ऑक्सीजन की कमी से मरने वाले आठ रोगियों में से छह रोगी आईसीयू में जबकि दो उच्च निर्भरता वार्डों में भर्ती थे. इसके बाद ऑक्सीजन की कमी से चार और रोगियों की मौत की जानकारी दी गई, जिससे मृतक संख्या बढ़कर 12 हो गई.
इसी बीच खबर है कि बत्रा हॉस्पिटल के चीफ ने कहा है कि ऑक्सीजन के अभाव में मरीज मर रहे हैं. कोरोना का इलाज करने के लिए प्रयाप्त साधन नहीं है. यहां तक की दवाइयां भी नहीं मिल रही है. सरकार कहती है कि हमारे देश में ऑक्सीजन की कमी नहीं है, लेकिन मरीज मर रहे हैं. न्यायपालिका या कार्यपालिका? मुझे नहीं पता कि यह देश कौन चला रहा है.