इंदौर : कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा है कि इंदौर में रेमदेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में मंत्री तुलसीराम सिलावट की लिप्तता के मेरे आरोप सच साबित हो गए हैं । अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चाहिए कि वह तुलसीराम सिलावट को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें तथा इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में उनके और उनकी पत्नी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाए।
शुक्ला ने कहा कि पिछले दिनों मेंने कहा था कि मंत्री सिलावट और उनके परिवार के लोग इंजेक्शन की कालाबाजारी करने में लगे हुए हैं । कल पुलिस विजय नगर के द्वारा जिला स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा गडरिया के ड्राइवर पुनीत अग्रवाल कोर रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा था । इस आरोपी के द्वारा पुलिस के समक्ष पूछताछ में यह स्वीकार किया गया है कि उसे यह इंजेक्शन इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट के बंगले से उनके ड्राइवर के माध्यम से मिल रहे थे।
कोरोना काल में उसके द्वारा कई इंजेक्शन ब्लैक में बेचे गए हैं । पुलिस के द्वारा आरोपी को पकड़े जाने और इस आरोपी के द्वारा यह रहस्य उद्घाटित किए जाने से यह स्पष्ट हो गया है कि इंदौर में इंजेक्शन की कालाबाजारी में सिलावट का परिवार शामिल है ।
शुक्ला ने कहा कि अब यह आवश्यक है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल से सिलावट को तत्काल बर्खास्त करें। इसके साथ ही सिलावट और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ इंजेक्शन को कालाबाजारी कर बेचने का आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए।