मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस, वन नेशन वन इलेक्शन पर बोले – हमारा काम समय पर चुनाव कराना

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Mp Election 2023 : मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को अब कुछ ही दिन बचे है। ऐसे में चुनाव आयोग ने भी अपना मोर्चा सभांल लिया है। बता दे कि, राजधानी में केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम 4 दिनी दौरे पर थी जहां चुनाव को लेकर कई बैठकों का आयोजन किया गया था। जिसके बाद आज मध्यप्रदेश मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेस आयोजित कर मतदाताओं से चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर कहा कि, आगामी विधानसभा चुनावों को निष्पक्षता के साथ आयोजित किया जाएगा। उन्होंने चुनाव की तैयारी की समीक्षा की और मतदाताओं से चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की। साथ ही सीनियर सिटीजनों के लिए विशेष वोटिंग व्यवस्था होगी और इसके लिए कई उपाय अधिकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि दिन बैनी बुद्धिमत्ता से वोट देने की प्रक्रिया बनाई गई है।

चुनाव टीम को लेकर राजीव कुमार ने कहा कि, प्रत्येक विधानसभा सीट के लिए एक-एक एआरओ (असिस्टेंट इलेक्शन रिटर्निंग ऑफिसर) की नियुक्ति की गई है। वे उच्चतम 50% मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग करेंगे जिससे मतदान प्रक्रिया को और भी निष्पक्ष बनाया जा सके। उन्होंने इसके अलावा 15,000 आदर्श मतदान केंद्रों की स्थापना की है जो चुनाव प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने में मदद करेंगे। वे खासकर महिलाओं के उपस्थिति को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

चुनावी प्रक्रिया को सुरक्षित रखने के लिए 2 किलोमीटर की दूरी पर पोलिंग स्टेशनों की स्थापना की जाएगी और 362 नए पोलिंग स्टेशनों का निर्माण किया गया है। यहां तक कि वन नेशन वन इलेक्शन के अंतर्गत पैरा मिलिट्री फोर्स को लागू किया जाएगा जिससे पहले आने वाले वोट को पहले गिना जाएगा और धनबल बाहुबल पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।

राज्य में विभिन्न आयु और जाति के मतदाता हैं और उनके संरक्षण के लिए निर्वाचन आयुक्त ने विशेष कदम उठाए हैं। 6180 मतदाता 100 साल से ऊपर और 7 लाख 12 हजार मतदाता 80 साल से ऊपर हैं, और उनके लिए विशेष वोटिंग की व्यवस्था की गई है। इसी तरह, 18 से 19 साल के फर्स्ट टाइम वोटर्स की संख्या 18 लाख 86 हजार है, और कुल मतदाता की संख्या 5 करोड़ 52 लाख है।

इस प्रकार, मध्यप्रदेश में आगामी चुनावों के लिए आयोजन में विभिन्न सुधार किए जाने की योजना बनाई गई है जिसके तहत चुनाव निष्पक्षता और गुणवत्ता के साथ कराए जाएंगे।