छिंदवाड़ा की रहने वाली 22 वर्षीय पायल धारे आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अपने हुनर के दम पर बड़ा मुकाम हासिल किया है। एक साधारण परिवार से निकलकर, उन्होंने ऑनलाइन गेमिंग की दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। हाल ही में, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जिसके बाद उनकी लोकप्रियता और भी बढ़ गई है।
सोशल मीडिया पर पायल के लाखों सब्सक्राइबर्स हैं। वह हर महीने ऑनलाइन गेमिंग और विज्ञापनों से दो से तीन लाख रुपये कमाती हैं। लेकिन यह सफर आसान नहीं रहा। छोटे शहर छिंदवाड़ा से निकलकर मुंबई तक का रास्ता पायल के लिए चुनौतियों से भरा था। पायल के पिता शिवशंकर धारे उमरानाला में किराना दुकान चलाते हैं।
उन्होंने बताया कि उनकी तीन बेटियां हैं – अंजलि, पायल और भूमिका। पायल उनकी दूसरी बेटी हैं। वर्ष 2017 में पायल ने छिंदवाड़ा से 12वीं की पढ़ाई पूरी की और फिर अपने ननिहाल भिलाई चली गईं। वहां उन्होंने बीकॉम में दाखिला लिया। लेकिन, कोरोना महामारी के कारण उन्हें वापस छिंदवाड़ा आना पड़ा।
यहीं से पायल का जीवन बदल गया। उन्होंने ऑनलाइन गेमिंग की दुनिया में कदम रखा और धीरे-धीरे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करना शुरू किया। आज पायल न केवल एक सफल गेमर हैं, बल्कि लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी हैं।