मध्यप्रदेश भाजपा का चाणक्य खेल

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रामकृष्ण बघेल

पिछले तीन बार से भाजपा पिछडा वर्ग म.प्र. का अध्यक्ष कुशवाह को ही बनाती आ रही हैं पिछले दो बार से भगतसिंह कुशवाह को और तीसरी बार अब पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को बना दिया गया है।

सवाल ये है कि क्या पिछडे वर्ग मे सिर्फ कुशवाह ही आते है बघेल, गुर्जर, यादव, लोधी, किरार, जाट,राठौर, धोबी ,नाई ,प्रजापति आदि तमाम जातियां है जो प्रदेश में बहुतायित संख्या में पाई जाती है। टोटल आबादी का 52 % मे से क्या सिर्फ कुशवाह समाज ही दिखता है भाजपा को या फिर बाकि जातियो की जरूरत नही है या फिर इनका डर भय नही है ????

एक चीज तो पक्का है,भाजपा ने चाणक्य दिमाग लगा लिया है कि 52% मे से कुशवाह अपनी तरफ करके आपका पर्सेंट घटा दिया है और बाकियो की उसको जरूरत नही है कुछ समाज फ्री मे भी मिल जाती है इसलिए आप पूरा खेल समझिये और विचार जरूर करिये ।
पिछली कार्यकारिणी मे म प्र पिछला वर्ग मे प्रदेश महामंत्री शैतान सिह पाल अध्यक्ष भगत सिंह कुशवाह जी को बनाया था भाजपा ने दूसरी बार भी भगत सिंह कुशवाह————————— को बनाया और अब तीसरी बार भी कुशवाह को बना दिया ।

शैतान सिह पाल महामंत्री का प्रमोशन नही कर पाए वो खाली बैठे है आज तक जबकि उन पर भी राज्यमंत्री का दर्जा उमा भारती जी की सरकार मे रहा है भाजपा चाहती तो तीन बार मे तीन समाज को साध सकती थी लेकिन उसने ऐसा नही किया ।———————————-

वीडी शर्मा पहले महामंत्री थे दूसरी बार सीधे प्रदेश अध्यक्ष वो भी मैन वाॅडी मे उनके साथ बैग टांगकर लोकेन्द्र पाराशर आपको हमेशा मिलेगा ताकि वसूली कर सके ।सबसे ज्यादा जातिवाद का रायता फैलाया है तो सिर्फ और सिर्फ वीडी शर्मा प्रदेश अध्यक्ष ने

भाजपा ने आपके 52% मे सेध लगायी है और सफल भी हो गयी है आप सिर्फ गिनती करते रहो कि हम 52% है
इसलिए ओबीसी को मिलकर भाजपा का पूर्ण बहिष्कार करना चाहिए नही तो अंग्रेजो वाली रणनीति लागू हो गयी है फूट डालो राज करो पहले बिना नोटिस के पूर्व पिछडा वर्ग आयोग अध्यक्ष राधेलाल बघेल जी को हटा दिया गया।—————-‘————–
ग्वालियर के महेंद्र सिंह यादव जी को 15 साल पहले निगम का अध्यक्ष बनाया गया था उसके बाद आज तक उनसे सिर्फ काम करवाती जा रही है भाजपा।
तब तक उनकी उम्र पूरी हो चली।ऐसे पिछडे वर्ग के सभी समाज के नेताओ के साथ है ये तो सिर्फ उदाहरण है —————————–
अभी ताजा उदाहरण प्रीतम लोधी जी ग्वालियर का ही देख लो
बीडी शर्मा ने उन्हें भोपाल बुलवाया सार्वजनिक माफी भी मंगवाई और फिर पार्टी से निकाल दिया ।

छोटे छोटे नेताओं में उदय यादव जी हैं , श्रीकृष्ण बघेल जी हैं। जिन्हें किसी जमाने से मंडल अध्यक्ष पद से हटवा दिया गया है कि आपको जिले की कार्यकारणी में शामिल कर लिया जायेगा लेकिन आज तक नहीं किया गया है।
ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं।

अरे निकालना ही था तो बुलाया क्यो था गलती की आप निकाल देते
लेकिन ऐसा नही इसके पीछे भी मे आपको वजह बताता हू ।
इनको डर है कि केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल जी ———————————————–कही मुख्यमंत्री का चेहरा ना बना दे मोदी जी बीच मे उनका नाम चल भी गया था
बीडी शर्मा मुख्य रूप से मुख्यमंत्री शिवराज सिह जी के पीछे पड़े है ये कब हटे और हम आए । इसलिए ये खेल है पूरा बाकी आप सब समझदार हो ——‘————————————‘

नोयडा मे श्रीकांत त्यागी ने क्या किया पूरे देश को पता है। क्या उन्हें पार्टी से हटाया????
ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं
फिर भी उसका समाज उसके साथ खुलकर है
और हा किसी ग्वालियर के ब्राम्हण ने अगर श्रीकांत त्यागी के खिलाफ एक शब्द भी बोला हो तो आप बताओ एक FI R त्यागी के नाम भी करवा देते लेकिन ऐसा नही है
मुझे उम्मीद है शायद कुछ हद तक आप समझ पाओ।