इंदौर : चमेलीदेवी पब्लिक स्कूल प्रबंधन द्वारा शासन और न्यायालय के आदेशों की अवमानना करते हुए ट्यूशन फीस में वृध्दि कर दी गई है जिसकी शिकायत कुछ दिनों पूर्व पालकों द्वारा संभागायुक्त महोदय इंदौर के समक्ष की गई थी जिस पर एक जांच टीम गठित कर जांच शुरू की गई है। शिकायत के बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा फीस में कमी की घोषणा करी गई थी। वहीं दूसरी ओर गुरुवार सुबह 10:00 बजे से पालकों और जागृत पालक संघ के सदस्यों ने अनिश्चित कालीन धरना शुरू किया था। इस दौरान पलकों ने कई प्रकार की मांगें रखीं.
पालकों की मुख्य मांगें…
- स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के प्रमुख श्री पुरुषोत्तम अग्रवाल से चर्चा।
- स्कूल की गत वर्ष की बेलेंस शीट सार्वजनिक किए जाने और इस वर्ष के वास्तविक खर्च का ब्यौरा सार्वजनिक कर वास्तविक खर्च के अनुसार ट्यूशन फीस का निर्धारण सुनिश्चित करना।
- फीस के आभाव में शिक्षा से वंचित बच्चों की पढ़ाई शुरू करवाना।
- फीस के आभाव में टीसी नहीं रोका जाए।
इस मामले को लेकर पालकों का स्पष्ट कहना था कि शासन और सीबीएसई के मान्यता नियमों में स्पष्ट उल्लेख है कि स्कूल लाभ अर्जित करने के लिए नहीं बल्कि सेवा के लिए चलाए जाते हैं और स्कूल विद्यार्थियों को दी जाने वाली सुविधा से अधिक फीस नहीं वसूल सकता है परन्तु इस महामारी के दौर में जब स्कूल पूरी तरह से बन्द है और स्कूल के खर्चों में 80% तक की कटौती आई है तो स्कूल द्वारा ट्यूशन फीस की आड़ में पूरी फीस वसूलना न्यायोचित नहीं है ।
पालकों का कहना है कि वे कोर्ट के फैसले का पूर्ण सम्मान करते हैं और ट्यूशन फीस देने के लिए तत्पर हैं परंतु ऑनलाइन पढ़ाई की ट्यूशन फीस का उचित निर्धारण किया जाना भी अनिवार्य है जो कि नियमित रूप से ली जाने वाली फीस का लगभग 25 प्रतिशत होता है ।
पालकों द्वारा धरना स्थल पर स्कूल प्रबंधन की मनमानी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और ट्यूशन फीस में 75% कटौती की मांग करी। शाम 4 बजे के लगभग धरना स्थल पर शिक्षा विभाग के अधिकारी राजेन्द्र तंवर पहुंचे और पालकों की समस्या सुनने के बाद स्कूल प्रबंधन को बुलवाया और पालकों की मांग के अनुरूप स्कूल की पिछले वर्ष की बेलेंस शीट और इस वर्ष के वास्तविक खर्चों का हिसाब संयुक्त संचालक कार्यालय में जमा करवाने के आदेश दिए हैं साथ ही फीस के कारण सीबीएसई रजिस्ट्रेशन नहीं रोकने के आदेश भी तत्काल जारी किए हैं। स्कूल प्रबंधन द्वारा बेलेंस शीट जमा करने के लिए 2 दिन का समय मांगा है। शिक्षा विभाग के तंवर के आश्वासन पर पालकों ने आज का धरना समाप्त कर दिया है परन्तु निराकरण होने तक प्रतिदिन सुबह 10 से 12 बजे तक स्कूल के गेट पर सांकेतिक धरना जारी रखने का निर्णय लिया है।