इंदौर : नवरात्रि शुरू होते ही शहर के मंदिरों में भक्तों की काफी संख्या में भीड़ देखने को मिल रही है. ऐसे में अगर बात की जाए इंदौर के प्रसिद्ध प्राचीन अन्नपूर्णा माता मंदिर की जो नए स्वरुप में भक्तों के लिए तैयार हो चूका है. जी हां, आपको बता दे कि इंदौर के अन्नपूर्णा माता मंदिर पर लोगों की काफी आस्था है, जिसे लेकर इंदौर ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से भी भक्त माता अन्नपूर्णा के दरबार में माथा टेकने आते है.
इस मंदिर की खासियत यह है कि यह प्राचीन मंदिर 9वीं शताब्दी में बनाया गया था, जो इंडो-आर्यन और द्रविड़ स्थापत्य शैली का अनूठा उदाहरण है. अब बात की जाए इस मंदिर में स्थापित माता अन्नपूर्णा की मूर्ति कि, तो यहां मात के रूप में 3 फुट ऊंची संगमरमर की मूर्ति विराजित है. इसकी विशेषता यह है कि यहां की वास्तुकला शैली मदुरई के मीनाक्षी मंदिर से मिलती-जुलती है.
इसके अलावा अन्नपूर्णा माता मंदिर परिसर में हनुमान, काल भैरव, भगवान शिव के साथ ही कई भगवान की प्रतिमाएं विराजमान है. वहीं प्राचीन मंदिर होने के कारण यहां भक्तों का तांता लगातार लगा रहता है. इतना ही नहीं इस मंदिर का पूरा एरिया ही अन्नपूर्णा क्षेत्र के नाम से जाना जाता है.
गौरतलब है कि आज से नवरात्रि शुरू हो चुकी है और इस खास मौके पर भारी संख्या में भक्तगण यहां दर्शन के लिए पहुँच रहे है. बताया जाता है कि नवरात्रि के दौरान यहाँ विशेष पूजा अर्चना की जाती है, जिसके चलते भक्त सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और दोपहर 2:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक माता की पूजा करने मंदिर पहुंच कर अपनी हाजरी लगाते है. क्योंकि इस मंदिर के बारें में ऐसा कहा जाता है कि इस अन्नपूर्णा माता के दर्शन करने मात्र से हर भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है यहीं कारण है कि बड़ी संख्या में यहां शृद्धालु पहुंचते है.
ये है मंदिर की खासियत
– 6600 वर्गफीट में बनाया गया है माता अन्नपूर्णा का भव्य मंदिर।
– नए मंदिर की लंबाई 108 फीट और चौड़ाई 54 फीट है।
– मुख्य कलश की ऊंचाई 81 फीट है।
– नया मंदिर सफेद मकराना संगमरमर से बनाया गया है और कई मूर्तियां व दीवारों पर भी चित्र बनाए गए हैं।